Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बचपन से लड़की को थी बाल खाने की आदत, पेट में दो किलो बाल के गुच्छे को देखकर हैरान हो गए डॉक्टर

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Sun, 21 Feb 2021 06:20 PM (IST)

    आरा की एक किशोरी को पेट में तकलीफ और सूजन हाेने पर डॉक्‍टरों ने सिटी स्‍कैन की सलाह दी। जिसके बाद पता चला कि बचपन से ही लड़की को बाल खाने की आदत थी। डॉक्‍टरों का कहना है कि ऐसी बीमारी दो से छह प्रतिशत लोगों में पाई जाती है

    Hero Image
    14 वर्षीया किशोरी के पेट से सर्जरी के बाद निकला बालों का गुच्‍छा, जागरण फोटो।

    आरा, जागरण संवाददाता। भोजपुर जिले के आरा शहर में शनिवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक किशोरी के पेट से करीब दो किलो के बालों का गुच्छा निकला है। सर्जरी करने के बाद पीड़िता के पेट से बाल निकाले गए हैं। अभी भी किशोरी अस्पताल में ही भर्ती है। उसका इलाज किया जा रहा है। हालांकि, सर्जरी के बाद वह स्वस्थ हैं। पीड़ित किशोरी मूल रूप से बक्सर जिले की निवासी हैं। पेट दर्द से आक्रांत चली आ रही थी। पेट से निकले दो किलोग्राम के बालों के गुच्छे को देखर डॉक्टर से लेकर कर्मी तक हैरान हो गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दो साल से पेट दर्द से चली आ रही थी परेशान

    बताया जाता हैं कि बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रहथुआ गांव निवासी मुन्ना सिंह की 14 वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी करीब दो सालों से पेट दर्द से परेशान चली आ रही थी। पेट के ऊपरी भाग में सूजन व दर्द की शिकायतें रहती थी। सूजन दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा था। भूख में कमी,वजन में कमी के साथ-साथ उल्टी की भी शिकायतें रहती थी। इस बीच नौ फरवरी को स्वजन बीमार किशोरी को लेकर आरा शहर के कतीरा स्थित डॉक्टर पी.सिंह के अस्पताल में लाए थे। जिसके बाद डॉक्टर ने खून की जांच और सीटी स्कैन कराने की सलाह दी थी। जिसके बाद जांच में लड़की के पेट में बालों का गुच्छा पाया गया। इस दौरान शनिवार को चिकित्सक पी सिंह ने किशोरी के पेट का ऑपरेशन कर बालों के गुच्छे को बाहर निकाला।

    बचपन से ही बाल खाने की थी आदत, आंत में हो गया था जमा

    बताया जाता हैं कि किशोरी  बचपन से ही अपने ही बालों को खा रही थी। जिसके चलते उसके पेट में करीब दो किलो के बालो का गुच्छा एकत्र हो गया था। जिससे बच्ची को पेट में समस्या होने लगी थी। चिकित्सक डॉ. पी सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि लड़की को बचपन से ही बाल खाने की आदत थी। सर्जरी कर बालों के गुच्छे को निकाल दिया गया है। अब वह पूरी तरह स्वस्थ्य है। लड़की के शरीर में खून की कमी थी। इसलिए पहले दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। चिकित्सक के अनुसार इस तरह की आदत मानसिक रोगियों को होती हैं। ऐसे रोगी अपना या किसी दूसरे का बाल खा जाते है जो पेट की आंत में जमा हो जाता है। यह बहुत ही कम पाए जाने वाला बीमारी है। दो से छह प्रतिशत लोगों में इस तरह के बीमारी का लक्षण पाया जाता है।