एकतरफा प्यार नहीं स्वीकारा तो सिरफिरे युवक ने भाई-बहन की हत्या कर जलाया, मोबाइल पर देखता था अश्लील वीडियो
जानीपुर के नगवां में भाई-बहन की हत्या कर शवों को जलाने की कोशिश एक सिरफिरे युवक ने अकेले ही की थी। किशोरी का कसूर बस इतना था कि उसने उस पूर्व परिचित युवक के एकतरफा प्यार का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, पटना। एकतरफा प्यार और शक में सिरफिरे ने अकेले ही घर में घुसकर भाई-बहन की हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया था।
पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के आरोपित शुभम कुमार उर्फ सन्नी और साजिश में साथ देने वाले चचेरे भाई रौशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों की उम्र 19 वर्ष है, जो घटनास्थल से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित फुलिया टोला गांव के निवासी है।
हत्या की साजिश घटना के 15 दिन पहले रची गई थी। हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने और शव को जलाने के लिए उसने जिस बोतल में केरोसिन ले गया था, पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है।
एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि घटना में संलिप्त दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना का मुख्य कारण एकतरफा प्रेम है।
आरोपित लड़की को पहले से जानता था। पूर्व से दोनों की दोस्ती थी, फिर अलगाव हो गया। आरोपित को कहीं से पता चला कि वह किसी के साथ देखी गई थी। इसके बाद उसने साजिश के तहत उसके घर गया और लड़की के साथ उसके भाई की हत्या कर फरार हो गया था।
गुरुवार को जानीपुर के नगवां गांव में दोपहर में पुलिस को सूचना मिली कि ललन गुप्ता की 15 वर्षीय किशोरी और 10 वर्षीय लड़का का शव घर के कमरे में मिला था। दोनों शव को जलाने का प्रयास किया गया है। दोनों का शव एक ही कमरे में बेड पर पड़ा था।
घटनास्थल पर एसएसपी और एसपी भी पहुंचे थे। एसएसपी के निर्देश पर एसपी पश्चिम के नेतृत्व में हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमों का गठन किया गया था।
इसमें जानीपुर, नौबतपुर के थानेदार भी शामिल थे। प्रारंभिक जांच में ही संदेह हुआ कि इसमें किसी करीबी की संलिप्तता है। पुलिस टीम उन सभी की पहचान कर उठाने लगी, जो भी पीड़ित परिवार के संपर्क में थे और उनका घर पर आना जाना था। पुलिस को घटनास्थल से एक टोपी भी मिला था। यकीन हो गया कि आरोपित आसपास का ही है।
दोस्तों से पुलिस को मिला अहम सुराग
पुलिस की दूसरी टीम लड़की के स्कूल में पहुंची। वहां लड़की की करीबी सहेलियों से बातचीत करने लगी। वहां से पुलिस जो जानकारी मिली, जिससे ब्लाइंड केस की गुत्थी सुलझाने की उम्मीद जग गई। पुलिस लड़की के संपर्क में रहने वाले रौशन कुमार को उठाई।
रौशन पहले लड़की के साथ ही पढ़ता था। उसने पूछताछ में शुभम का नाम लिया, जिसकी लड़की से दोस्ती थी। पुलिस को शुभम घर पर ही मिल गया। पुलिस को देख उसके हावभाव से पुलिस का शक यकीन में बदलने लगा।
पुलिस उससे जो सवाल पूछी, उसे सुनते ही सिर से पसीना छूट गया। फिर पुलिस कड़ाई से पेश आई और वह टूट गया। फिर उसने घटना में संलिप्तता कबूल करते हुए वारदात को उसने कैसे अंजाम दिया, उसके बारे में बताने लगा।
रौशन के जरिए हुई थी शुभम से दोस्ती
आरोपित ने पुलिस को बताया कि रौशन के जरिए ही किशोरी से उसकी जान पहचान हुई। किशोरी की मां पटना एम्स में गार्ड हैं। शुभम के पिता भी एम्स में काम करते हैं। शुभम उससे मिलने के लिए उसके घर भी गया था। इस बात की जानकारी जब घर वालों को हुई तो दोनों ने दूरी बना ली। एक दूसरे का नंबर ब्लॉक कर दिया।
पहले भाई को ईंट से वार कर मार डाला
दोनों के बीच बातचीत बंद होने के कुछ दिनों बाद रौशन ने शुभम को बताया कि वह किसी से बात करती है। यह बात उसे नागवार गुजरा। यह उसे मंजूर नहीं था। फिर उससे घटना के 15 दिन पहले लड़की की हत्या की साजिश रची। वह बड़ी खगौल गया।
वहां एक दुकानदार से बोतल में केरोसिन खरीदा। फिर वापस फुलिया टोला आया। वहां से ऑटो से नगवां चौराहे पर पहुंचा। फिर पैदल ही दोपहर साढ़े 12 बजे लड़की के घर पहुंचा। मुख्य गेट बंद था। आवाज देने पर लड़की ने गेट खोला। वह अंदर कमरे में गया तो लड़की का भाई सो रहा था।
वहां बातचीत के क्रम में लड़की से नोकझोंक शुरू हो गई। वह लड़की का गर्दन दबाने लगा। तभी लड़की के भाई की नींद खुल गई। वह बहन को बचाने का प्रयास किया। यह देख रौशन ने पास में पड़े ईंट को उठाया और दस साल के मासूम के सिर पर वार कर दिया। बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
जब लड़की शोर मचाने लगी तो उसने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया, फिर गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद केरोसिन छिड़कर दोनों को आग लगा दी। आग की लपटें उठने पर वह दरवाजा बाहर से बंद कर भाग गया।
मोबाइल पर देखता अश्लील वीडियो
पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन मोबाइल जब्त किया है। रौशन ने साक्ष्य मिटाने में शुभम की मदद की थी। उसी के कहने पर उसने मोबाइल से चैटिंग और अन्य जानकारी डिलीट कर दिया था। सूत्रों की मानें तो आरोपित अश्लील वीडियो देखता था।
वह उस दिन भी उसके साथ जबरदस्ती का प्रयास किया था। यू-ट्यूब पर अपराध जुड़े सीरियल भी देखता था। उसे इस बात की जानकारी थी कि अगर घटनास्थल पर मोबाइल साथ ले गया तो पुलिस उस तक आसानी से पहुंच सकती थी।
इस वजह से जब वह लड़की के घर गया तो मोबाइल अपने घर पर छोड़ दिया था। घटना के बाद वह सीधे घर गया और टीवी देखने लगा। पुलिस को कुछ जगहों का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है, जहां से आरोपित आते जाते दिखा। इसके साथ ही उस दुकानदार से भी पूछताछ की गई, जिससे केरोसिन खरीदा गया था।
रोड जाम करने पर विधायक सहित दस पर केस
एसएसपी ने बताया कि इधर घटना के बाद सड़क जाम करने के मामले में स्थानीय विधायक सहित दस नामजद और अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अन्य की पहचान के लिए सीसीटीवी और वीडियो फुटेज देखा जा रहा है।
उन्होंने बताया हत्याकांड में संलिप्त आरोपितों के खिलाफ ठोस साक्ष्य हैं। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।
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