Bihar News: बस स्टैंडों पर खुलेंगे 55 नए CNG स्टेशन, ग्रीन इकोनॉमी को लगेंगे पंख
बिहार में सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी खासकर बस स्टैंडों पर। अगले छह महीनों में 55 नए स्टेशन खुलेंगे। राज्य सरकार अपशिष्ट प्रबंधन को सर्कुलर इकोनॉमी मॉडल में बदलने पर काम कर रही है जिससे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा। सीएनजी को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बस स्टैंडों पर भी सीएनजी स्टेशन खोले जाएंगे। अगले छह माह में 55 नए स्टेशन खोले जाने की योजना है। राजधानी में बुधवार को आयोजित राज्यस्तरीय सीएनजी सेमिनार में अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने बताया कि सार्वजनिक परिवहन के वाहनों को आसानी से सीएनजी उपलब्ध कराने के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम सहित अन्य बस स्टैंडों पर भी सीएनजी स्टेशन स्थापित किये जाएंगे।
घरेलू उपयोगकर्ताओं के बीच पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और वाहनों में CNG के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है। इसके लिए बिजली विभाग के उपभोक्ता के डाटाबेस का उपयोग करने पर विचार किया जा रहा है।
नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव विजय प्रकाश मीणा ने कहा कि राज्य सरकार अपशिष्ट प्रबंधन को सर्कुलर इकोनामी के माडल में परिवर्तित करने की दिशा में कार्य कर रही है। इस पहल से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा एवं ऊर्जा की बचत होगी।
राज्य परिवहन आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि इस सेमिनार का उद्देश्य राज्य में वैकल्पिक, पर्यावरण-अनुकूल ईंधनों विशेषकर सीएनजी को बढ़ावा देना तथा इससे संबंधित नीतियों, चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा करना है। सीएनजी भविष्य का ईंधन है।
गेल के अधिकारियों ने बताया कि सभी 38 जिलों को अब सीएनजी नेटवर्क से जोड़ दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 197 सीएनजी स्टेशन संचालित हो रहे हैं। आगामी छह महीनों में 55 नए स्टेशन शुरू किए जाएंगे। स्वच्छ परिवहन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अब तक डेढ़ लाख से अधिक आटो और 1200 से अधिक सीएनजी बसें चल रही है। इस कार्यक्रम में वाहन निर्माता, सीएनजी एवं तेल कंपनियों के साथ पर्यावरण विशेषज्ञों और ट्रांसपोर्टरों ने भाग लिया।
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