बाहरी नहीं, बिहार से ही होगा मुख्यमंत्री : राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शाहपुर, राजपुर, और गरखा की चुनावी सभाओं कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री कोई बाहरी नहीं, बिहारी ही होगा। स्थिति साफ है, बिहार में कमल खिलाने का मन जनता ने बना लिया है।
जागरण टीम, पटना। बिहार में मुख्यमंत्री कोई बाहरी नहीं, बिहारी ही होगा। स्थिति साफ है, बिहार में कमल खिलाने का मन जनता ने बना लिया है। बिहार बुनियादी सुविधाओं की कमी का दंश झेल रहा है। केंद्र में राजग सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी साबित हो रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शाहपुर, राजपुर, और गरखा की चुनावी सभाओं में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आज हमें कोई आंख दिखाकर नहीं जा सकता, हम आंख दिखाने वालों को सबक सिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम युवाओं के हाथों को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार के लिए कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध करा रहे हैं, जिसे मुद्रा बैंक दे रहा है। बिहार के 3 लाख लोगों को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षित कर रोजगार दिया जा रहा है।
कहा, बिहार में सड़कें, विद्यालय, अस्पताल, सिंचाई के संसाधन जर्जर हो चुके हैं। बिजली आती नहीं, पर बिल जरूर आता है। हमारी सरकार अपने चुनावी वादों को निर्धारित समय में पूरा करेगी। सभा में सांसद अश्विनी चौबे तथा जनक राम भी मौजूद थे।
राजनाथ ने कहा कि चुनाव में विकास की चर्चा होनी चाहिए, लेकिन, यहां तो गौमांस की चर्चा लालू और नीतीश कर रहे हैं। जनता के बीच विकास के मुद्दे की जगह अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। लालू-नीतीश का यहां 25 वर्ष और कांग्रेस का 40 वर्षो तक शासन रहा, परंतु लोग विकास को तरसते रहे।
राजनाथ ने कहा, बिहार में ऐसी सरकार चाहिए, जो बच्चों की पढ़ाई के बारे में सोचे। यहां तो लूट, हत्या, अपहरण का बोलबाला है। एनडीए की सरकार बनी तो अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। पुलिस की कमी होगी तो केन्द्र सरकार मुहैया कराएगी। दीपावली आ रही है, और लक्ष्मी रूपी समृद्धि की प्राप्ति लालटेन एवं तीर से नहीं होगी, बल्कि, कमल से होगी।
उन्होंने कहा, एनडीए की सरकार बनी तो यहां से गुंडाराज समाप्त हो जाएगा। गोपालगंज के सांसद जनक राम ने लालू-नीतीश को बड़े भाई व छोटे भाई कहकर दोनों पर जमकर प्रहार किया, दोनों को दलित विरोधी बताया।