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बिहार में भाजपा की चुनावी हुंकार

भाजपा ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर मंगलवार को गांधी मैदान से विराट कार्यकर्ता समागम के जरिए बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूंक दिया।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 14 Apr 2015 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2015 07:09 PM (IST)
बिहार में भाजपा की चुनावी हुंकार

पटना। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के सुदूर कोने कोने से समागम में आए कार्यकर्ताओं को बिहार में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने के लिए नई ऊर्जा के साथ जुट जाने का आह्वान करते हुए विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका। उन्होंने बिहार में जंगलराज की वापसी का ठीकरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फोड़ा। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जनता परिवार के विलय पर जमकर कटाक्ष किया। बोले, जीरो प्लस जीरो बिग जीरो ही होगा। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यकर्ताओं से गांव गांव जाकर लोगों को समझाने को कहा कि नीतीश कुमार जितना पैकेज मांग रहे थे उससे कहीं ज्यादा हमने दे दिया है। बिहार में भाजपा की सरकार बनाकर हम इसे देश का अग्रणी राज्य बनाकर दम लेंगे।

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बाबा साहब अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर मंगलवार को गांधी मैदान में जुटे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को देख गदगद भाव से शाह ने कहा इसको देखकर कोई भी कह सकता है बिहार में अब भाजपा की ही सरकार बनेगी। कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करते हुए शाह ने कहा कि अब बिहार में चाहे महागठबंधन हो या महाविलय कोई फर्क नहीं पडऩे वाला। सरकार दो तिहाई बहुमत से भाजपा की ही बनने जा रही है। कोई भी गठबंधन कर लो बिहार की जनता पर अब कोई फर्क नहीं पडऩे जा रहा। इस बार बिहार की जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ है। राज्य में परिवर्तन की आंधी है।

भूमि अधिग्रहण विधेयक पर शाह बोले- कहा जा रहा है यह कानून पूंजीपतियों के लिए लाया जा रहा है। मैं कहना चाहता हूं एक इंच भी जमीन भी कारपोरेट के पास नहीं जाएगी। यह जमीन विकास के लिए, किसानों के खेत में पानी पहुंचाने के काम आएगी। उन्होंने कहा नीतीश कुमार विधेयक के विरोध में इसी मैदान में अनशन पर बैठे थे। उनसे पूछना चाहिए बिहार की बारह चीनी मिलों की जमीन किसको दी। माल बनाने के लिए जमीन देने का पाप किसने किया? मंत्रियों और उनके परिजनों को कौडिय़ों के भाव जमीन किसने दी? किसने बिहार का विकास रोका। जंगलराज के खिलाफ बिहार में भाजपा और जदयू को जनादेश मिला था। इस जनादेश की पीठ में खंजर किसने भोंका। एक बार फिर बिहार को जंगल राज की ओर कौन ले आया। शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा जंगल राज से मुक्ति दिलाने का काम करेंगे या नहीं। गांव गांव तक बिजली पहुंचाने का काम करेंगे या नहीं। शाह ने कहा महाविलय हो रहा हैं। अभी यह नहीं मालूम कौन गठबंधन का नेता होगा। अब नेता चाहे नीतीश बने या राबड़ी देवी विकास की गाड़ी नहीं चलने वाली। बिहार का विकास केवल भाजपा ही कर सकती है। देश में जहां जहां भाजपा सरकार बनी है वहां विकास हुआ है। किसान समृद्ध हुए हैं। युवाओं को रोजगार मिला है। गरीबों की गरीबी मिटी है। कार्यकर्ता गांधी मैदान से संकल्प लेकर जाएं, जब तक दो तिहाई बहुमत की सरकार नहीं बनती हम आराम नहीं करेंगे।

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हमारी किसी से कोई नाराजगी नहीं है लेकिन पिछले कुछ वर्षों का इतिहास बिहार की जनता के अनुकूल नहीं रहा। इसलिए कार्यकर्ता बिहार में दो तिहाई बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी के साथ कदमताल करके राज्य का विकास करने वाली भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प लेकर गांव गांव तक जाएं। उन्होंने कहा जाकर लोगों को समझाइये कि नीतीश कुमार बिहार के लिए जितना पैकेज मांग रहे थे उससे कहीं ज्यादा नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिहार को दे दिया है। नीतीश कुमार चाहे जितना मुखालफत करें, हम बिहार को अब पिछड़ा राज्य नहीं रहने देंगे। इसे देश का अग्रणी राज्य बनाकर दम लेंगे।

कार्यकर्ता समागम को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह,रविशंकर प्रसाद, धर्मेद्र प्रधान, राजीव प्रताप रूडी, गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, डॉ.सीपी ठाकुर, भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव सहित कई नेताओं ने संबोधित किया।


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