मैथिली भाषा में भारतीय संविधान का हुआ अनुवाद
पटना : भारतीय संविधान का मैथिली भाषा में अनुवाद का लोकार्पण रविवार को योजना विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश ने किया। अनुवाद डा. नित्यानंद लाल दास और भैरव लाल दास ने संयुक्त रूप से किया है। मंच संचालन डा. रामानंद झा रमण और कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेन्द्र नारायण मलिक ने किया।
बिहार रिसर्च सोसाइटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विजय प्रकाश ने कहा कि मैथिली भाषा को समृद्ध बनाने के लिए प्रारंभिक विद्यालय की सभी पुस्तकों को मैथिली भाषा में करना होगा। उन्होंने कहा कि संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल होने लाभ मिलने लगा है। वर्तमान में प्रतियोगिताओं के लिए मैथिली भाषा में सामग्री तैयार करने की जरूरत पड़ गयी है। बहुत सी पुस्तकों का अनुवाद मैथिली भाषा में होनी चाहिए। कानून, स्वास्थ्य, पोषण से संबंधित जानकारियां मैथिली भाषा में देने की जरूरत है। इस तरह से मैथिली भाषा को रोजगार और बाजार की भाषा बनायी जा सकती है।
इस अवसर पर मैथिली एकेडमी के पूर्व निदेशक रघुवीर मोचाी, अजीत कुमार आजाद, प्रो. रामपाल अग्रवाल, डा. जोश कालापार, मधुकांत झा, डा. कमल मोहन चुन्नू, गोविंद नारायण दास आदि ने मैथिली भाषा में भारतीय संविधान के अनुवाद होने पर खुशी प्रकट की।
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