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    पटना में एक किलोमीटर के अंदर मौत के 10 होल, खतरे से खाली नहीं राजधानी की सड़क

    Updated: Wed, 18 Jun 2025 12:44 PM (IST)

    पटना में 1.40 करोड़ की लागत से सड़क बनी थी और जर्जर हो गई। जगह-जगह गड्ढे हैं। नेहरू पथ से सटे उत्तरी रुकनपुरा। करीब 15 हजार की आबादी वाले इस इलाके की सड़क बदहाल है। एक किलोमीटर में मौत के 10 होल हैं। कई जगहों पर अतिक्रमण से सड़क सकरी हो गई है।

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    उतरूकनपुरा रोड के बाक्स नाला पर स्लैब नहीं राहने से लोग परेशान। जागरण।

    मृत्युंजय मानी, पटना। नेहरू पथ से सटे उत्तरी रुकनपुरा। करीब 15 हजार की आबादी वाले इस इलाके की सड़क बदहाल है। एक किलोमीटर में मौत के 10 होल हैं। कई जगहों पर अतिक्रमण से सड़क सकरी हो गई है। ऐसे में वाहनों का दबाव होने पर जाम का झाम भी आम हो गया। शाम होते ही गलियों में अंधेरा छा जाता है, क्योंकि ज्यादातर स्ट्रीट लाइट खराब पड़े हैं। 

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    दो वर्ष पहले ही 1.40 करोड़ की लागत से सड़क बनी थी और जर्जर हो गई। जगह-जगह गड्ढे हैं। बाक्स नाला बना है, लेकिन कई स्थानों पर स्लैब खुले हैं। इसके कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। रुकनपुरा सड़क से तिलक नगर सहित कई मोहल्लों के लोग आते-जाते हैं।

    स्थानीय निवासियों में आक्रोश है कि दो साल पहले बनी सड़क टूट गई। कोई देखने वाला नहीं है। इस सड़क से वेदनगर, आनंद विहार कालोनी सहित कई मोहल्लों में लोग आते-जाते हैं। तिलक नगर मोहल्ले की रोड संख्या टू भी जर्जर स्थिति में है। मैनहोल के ढक्कन कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने के कगार पर पहुंच गए हैं। जर्जर सड़क और खराब स्ट्रीट लाइट के साथ ही इस क्षेत्र में जलापूर्ति की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

    - तिलक नगर रोड संख्या दो में रहते हैं। उत्तरी रुकनपुरा रोड से आना-जाना होता है। जर्जर स्थिति में सड़क है। हमलोगों की परेशानी बढ़ गई है। सड़क टूट गई है। सड़का निर्माण अतिआवश्यक है। तिलक नगर मोहल्ले की सड़क की स्थिति बदतर होती जा रही है।  

    -एसके वर्मन

    -दो वर्ष पहले 1.40 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण हुआ और टूट गई। बाक्स नाला का स्लैब टूटा तो लगा नहीं। कई स्थानों पर स्लैब खुला है। हाल बुरा है। कोई देखने वाला नहीं है।   

    -संजीव कुमार सिंह

    - उत्तरी रुकनपुरा रोड पर वाहनों का दबाव है। घनी आबादी है। इसके बाद भी सड़क टूटी है तथा बाक्स नाला पर कई स्थानों पर स्लैब नहीं लगा है। सड़क का निर्माण और बाक्स नाला पर स्लैब मुख्य मांग है। 

    -प्रमोद राजपति

    मुख्य रोड है। कई स्थानों पर अतिक्रमण है। दोनों तरफ से गाड़ियां आ जाने के बाद फंस जाती हैं। अतिक्रमण हटाने के साथ सड़क को दुरुस्त किया जाए। खुले स्लैब पर ढक्कन लगाया जाए।

    -गायत्री दास

    - नाले पर से स्लैब गायब हैं। अक्सर लोग गिरते हैं। रोड की स्थिति दयनीय है। हमारे मकान के आसपास की स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। इस क्षेत्र में अब तक जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं हो सकी है। 

    -नरेंद्र कुमार सिंह