Bihar Teacher Transfer: बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर का अगला चरण शुरू, ऑनलाइन होगी पूरी प्रोसेस
बिहार में शिक्षकों के स्थानांतरण (BPSC teacher) की प्रक्रिया अब ऑनलाइन होगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है। इस ऑनलाइन प्रक्रिया से शिक्षकों को स्थानांतरण के लिए अनावश्यक भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी और पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी।

टीचर्स के ट्रांसफर की प्रक्रिया होगी ऑनलाइन। फाइल फोटो
संवाद सूत्र, मेसकौर (नवादा)। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने अंतर जिला स्थानांतरण (Teacher Transfer in bihar) के तहत जिले आवंटित किए गए शिक्षकों के लिए अगला महत्वपूर्ण चरण शुरू कर दिया है। विभाग ने प्रखंड एवं विद्यालय आवंटन के लिए विस्तृत मार्गदर्शिका जारी कर दी है, जिसका अनुपालन राज्य के सभी जिलों में भी अनिवार्य रूप से किया जाना शुरू हो गया है।
इस प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षक स्थानांतरण को अधिक पारदर्शी, वैज्ञानिक और आवश्यकता आधारित बनाना है, ताकि सभी स्कूलों में विषयवार संतुलित शिक्षक उपलब्ध हो सकें।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी तथ्यात्मक जानकारी के अनुसार, अंतर जिला स्थानांतरण के प्रथम चरण में कुल 41,684 आवेदनों में से 24,732 शिक्षकों को जिला आवंटित किया गया था, लेकिन कई शिक्षकों को विकल्प के अनुरूप रिक्ति उपलब्ध न होने के कारण आवंटन नहीं मिल सका।
ऐसे शिक्षकों से विभाग ने दोबारा जिले के विकल्प लिए, जिसके बाद द्वितीय चरण में 2,439 शिक्षकों को जिला आवंटन किया गया।इस प्रकार दोनों चरणों में कुल 27,171 शिक्षकों को अंतर जिला स्थानांतरण के तहत नए जिले आवंटित किए गए हैं।
ऑनलाइन मोड पर होगी ट्रांसफर की प्रक्रिया
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, अब प्रक्रिया का अगला चरण समयबद्ध तरीके से पूरी तरह ऑनलाइन मोड पर संचालित होगा। जिन शिक्षकों को नया जिला मिला है, उनसे अब पांच प्रखंडों का ऑनलाइन विकल्प लिया जाएगा। यह प्रक्रिया 24 नवंबर से 5 दिसंबर 2025 तक ई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से चलेगी।
शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे अपने विषयवार रिक्तियों को देखकर प्राथमिकता के आधार पर प्रखंडों का चयन करें। जिला शिक्षा विभाग प्रशासन ने जिले के सभी प्रखंडो इस प्रक्रिया के सुचारू संचालन हेतु तैयारी शुरू करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
विभागीय अधिकारियों का स्पष्ट निर्देश है कि विकल्प लेने से लेकर आवंटन तक की पूरी प्रक्रिया तकनीकी रूप से सुरक्षित एवं पारदर्शी तरीके से की जाए।प्रखंड आवंटन जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित स्थापना समिति द्वारा किया जाएगा।
यह समिति सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रखंडवार, कक्षावार एवं विषयवार उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर प्रखंड आवंटन करेगी। यह चरण 10 दिसंबर से 15 दिसंबर 2025 तक चलेगा।
विशेष बात यह है कि यदि कोई शिक्षक पांच प्रखंडों का विकल्प नहीं देता है, तो उसका जिला आवंटन स्वतः निरस्त कर दिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों को पूर्व के जिले एवं विद्यालय में ही पदस्थापित माना जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।