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    Nawada: शादी के बंधन में बंधे विनीता व राजेंद्र, इस दहेज-मुक्त साहसिक विवाह के गवाह बने स्वजन व समाज के लोग

    By Manoj KumarEdited By: Ashish Pandey
    Updated: Fri, 24 Mar 2023 04:41 PM (IST)

    Dowry Free Wedding in Bihar नवादा स्थित शिव मंदिर परिसर एक साहसिक विवाह का गवाह बना। नेत्रहीन राजेंद्र प्रसाद यादव की शादी धूमधाम से विनीता कुमारी से हुई। विनीता ने दृष्टिबाधित राजेंद्र को खुशी से अपना जीवनसाथी चुना। यह शादी बिना किसी दहेज के लेन-देन के संपन्न हुई।

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    शादी के बंधन में बंधे विनीता व राजेंद्र, इस साहसिक विवाह का गवाह बना नवादा का कन्नौज स्थित शिव मंदिर।

    मनोज कुमार, अकबरपुर (नवादा): जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कन्नौज बागी स्थित शिव मंदिर परिसर एक साहसिक विवाह का गवाह बना। रजौली प्रखंड के डोपटा गांव निवासी ईश्वरी यादव के पुत्र राजेंद्र प्रसाद यादव, जो सूरदास (दोनों आंखों से नेत्रहीन) हैं, की शादी धूमधाम से कराई गई। कन्नौज शिवमन्दिर में दोनों पक्ष के स्वजनों एवं ग्रामीणों के सहयोग से हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार बिना किसी दहेज के लेन-देन के यह शादी संपन्न हुई। नेमदारगंज गांव निवासी केदार यादव की पुत्री विनीता कुमारी ने दृष्टिबाधित राजेंद्र प्रसाद यादव को अपनी खुशी से जीवनसाथी चुना।

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    पिता को विरोधियों ने भिजवाया जेल, तंगी से जूझ रहा परिवार

    विनीता कुमारी ने बताया कि हम अपने माता-पिता से छह बहन एवं एक भाई हैं। परिवार में अक्सर आर्थिक तंगी रहती है। गांव की राजनीति के कारण मेरे पिता को किसी ने झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा दिया। इसके बाद से हमारा परिवार एक तरह से अनाथ हो गया। हमारे परिवार को लेकर गांव में कई तरह के ताने मारे जाते थे। लेकिन समाज के सहयोग से आज हमारा विवाह रजौली प्रखंड के डोपटा गांव निवासी ईश्वरी प्रसाद यादव के पुत्र राजेंद्र प्रसाद यादव से बिना किसी दान-दहेज के खुशी भरे माहौल में हो गया है।

    विनीता ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। अब हम अपना जीवन अच्छे ढंग से जी सकेंगे। विनीता ने आगे कहा कि सरकार की तरफ से हम दोनों पति-पत्नी को अगर कुछ सरकारी लाभ मिल जाए तो ज्यादा अच्छा रहेगा। हम स्वरोजगार करके अपने परिवार को संवार लेंगे।

    लड़की विनीता आठवीं पास है और सिलाई-बुनाई जानती है। शादी के अवसर पर बड़ी संख्या में दोनों तरफ से स्वजन ने उपस्थित होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।

    दृष्टिबाधित बेटे के भविष्य को लेकर अक्सर रहती थी चिंता

    दूल्हा राजेंद्र प्रसाद के पिता ईश्वरी प्रसाद ने बताया कि मेरा पुत्र बचपन से ही दोनों आंख से अंधा है, लेकिन अपनी दिनचर्या का हर काम बिना किसी की मदद से कर लेता है। हमारी चिंता थी कि जब तक हम दोनों पति-पत्नी जीवित हैं तब तक तो मेरे पुत्र का कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन मेरे चले जाने के बाद इसे परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मैंने अपनी इस चिंता से आस-पड़ोस के लोगों व रिश्तेदारों सभी को अवगत कराया। उसी का नतीजा है कि आज हमारे पुत्र का विवाह नेमदारगंज गांव निवासी केदार यादव की पुत्री विनीता कुमारी से हो पाया है। समाज के सहयोग से शांतिपूर्ण एवं सद्भाव के साथ दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ। लड़की पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उसे कोई दिक्कत नहीं है।

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