नवादा के ऐतिहासिक सीतामढ़ी मेला का आज होगा उद्घाटन; पहली बार राजकीय मेले का दर्जा, DM करेंगे उद्घाटन
नवादा का ऐतिहासिक सीतामढ़ी मेला आज खुलेगा। पहली बार इसे राजकीय मेले का दर्जा मिला है, जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी करेंगे। इस मेले का राजकीय दर्जा मिलने स ...और पढ़ें
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एतिहासिक सीतामढ़ी मेला का आज होगा भव्य उद्घाटन। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, मेसकौर (नवादा)। नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड का सीतामढ़ी मेला इस वर्ष चार दिसंबर, गुरुवार को अगहन पूर्णिमा के पावन अवसर पर धूमधाम से उद्घाटन होगा। पहली बार राजकीय मेला के रूप में सीतामढ़ी को देखने के लिए जिला भर के लोग लंबे समय से उत्साह के साथ इंतजार कर रहे थे।
आज इंतजार की घड़ी समाप्त होगी। इस बार सीतामढ़ी में एक दिवसीय महोत्सव भी मनाया जाएगा। जहां क्षेत्र के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने की अवसर मिलेगा। सीतामढ़ी महोत्सव का उद्घाटन गुरुवार को जिलाधिकारी रवि प्रकाश के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है।
बीडीओ अश्वनी कुमार ने बताया कि मेला में पेयजल व शौचालय की व्यवस्था की गई है । थाना अध्यक्ष पप्पू शर्मा ने बताया कि मेला में सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त पुलिस बल भी मंगाई गई है। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि सीतामढ़ी मेला धार्मिक आस्था, पारंपरिक संस्कृति और स्थानीय पहचान का प्रतीक है।
हर वर्ष हजारों श्रद्धालु और ग्रामीण इस मेले में शामिल होकर माता सीता के चरणों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इस बार मेले में सुरक्षा, साफ-सफाई और सुविधा को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। उद्घाटन को लेकर ग्रामीणों और दुकानदारों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
आयोजनकर्ताओं ने उम्मीद जताई कि इस वर्ष मेला पहले से भी अधिक आकर्षक और ऐतिहासिक होगा। मेला ठेकेदार पवन कुमार चौहान के नेतृत्व में मेला संचालक उपेंद्र राजवंशी, सदस्य प्रेम कुमार, पवन कुमार, प्रेम कुमार सिंह, अनिल यादव, रामबाबू चौहान, अजीत चौहान, उपेंद्र चौहान, राम लखन चौहान, संदीप चौहान और सुरेंद्र चौहान ने कहा कि मेला आयोजन समिति की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
इस बार मेला के उद्घाटन के अवसर पर सांसद ,एमएलसी, स्थानीय विधायक सहित कई गणमान्य को आमंत्रण पत्र सौंपा है। दूसरी ओर, मेला को आकर्षक रूप देने के लिए तरह-तरह के अनेक झूला यहां लगाए जा रहे हैं।
इनके आयोजन इन झूलों को सेट करने में व्यस्त हैं। इसके साथ ही यहां तरह-तरह की काष्ठीय फर्नीचर की खरीदारी को लेकर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ेगी। यहां पलंग, चौकी, खटिया, कुर्सी-टेबल, लोहे का समान, बर्तन खूब बिकते हैं। इसके अलावा अनेक रेडिमेड कपड़ा, खिलौना, श्रृंगार प्रसाधन, मसका, तिलकूट व परम की दुकानें लगेगी। खाने-पीने के कई स्टाल भी यहां लगेंगे।

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