नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड का एक गांव सोलर विलेज के रूप में विकसित होगा। पांच हजार से अधिक आबादी वाले इस गांव में सोलर रूफटॉप लगाए जाएंगे। सरकार द्वारा चयनित गांव को एक करोड़ का अनुदान मिलेगा। जिलाधिकारी ने बीडीओ को एक सप्ताह में गांव का चयन करने का निर्देश दिया है।
संवाद सूत्र, मेसकौर (नवादा)। मेसकौर प्रखंड से एक गांव सोलर विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। पांच हजार से अधिक आबादी वाले ग्राम पंचायत में सबसे अधिक घरों पर सौर ऊर्जा सोलर रूफटाप लगेंगे। इसका चयन प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
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सरकार द्वारा चयनित गांव को एक करोड़ का अनुदान दिया जाएगा। इसी के तहत जिलाधिकारी ने जिले के सभी बीडीओ के साथ बैठक कर एक सप्ताह का समय दिया है। एक सप्ताह के अंदर सभी बीडीओ अपने-अपने प्रखंड के एक राजस्व गांव का चयन करके उसे सोलर विलेज के रूप में विकसित करेंगे।
बीडीओ गांव का चयन कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को देंगे। सरकार द्वारा बिजली की खपत कम करने की कवायद की जा रही है। PM Surya Ghar Yojana के तहत घरों की छतों पर सोलर रूफटाप अनुदान पर लगाए जा रहे हैं।
पीएम सूर्य ग्राम योजना के लिए मुखिया कर सकते हैं आवेदन
अब गांवों के लिए PM Surya Gram Yojana चलाई जा रही है। इसका लाभ लेने के लिए जिले की सभी ग्राम पंचायतों के मुखिया आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायतों का सत्यापन किया जाएगा।
इसमें देखा जाएगा कि गांव में कितने परिवार रह रहे हैं और कितने परिवारों के घरों में सोलर रूफटाप लगवाए गए हैं। सबसे अधिक सोलर रूफटाप जहां लगाए जाएंगे, उस गांव को पीएम सूर्य ग्राम योजना के तहत चयनित किया जाएगा। संबंधित गांव के लाभार्थियों को एक करोड़ रुपये का अनुदान भी मिलेगा।
मेसकौर के प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि सोलर गांव चयनित होने के बाद गांव में बिजली की बचत होगी। ग्रामीणों की बिजली की जरूरत सोलर से पूरी होगी। इससे गांव आत्मनिर्भर बनेगा। गांव के सभी घरों में सोलर होम लाइट सिस्टम, सौर आधारित जल प्रणाली की व्यवस्था होगी।
खेत-खलिहान से लेकर मुख्य रास्ते में लगेगी सोलर लाइट
खेतों के लिए सोलर पंप, गांव की मुख्य सड़कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर सोलर स्ट्रीट लाइट लगवाई जाएगी। ग्राम पंचायत सचिव की अध्यक्षता में ग्राम स्तरीय टास्क फोर्स घर-घर जाकर लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी देंगे।
बीडीओ ने बताया कि सरकार द्वारा ‘पीएम-सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ के तहत ‘माडल सोलर गांव’ के कार्यान्वयन के लिए योजना दिशा-निर्देशों को अधिसूचित किया गया है।
एक माडल सोलर गांव को 5,000 से ऊपर की जनसंख्या आकार वाला एक राजस्व गांव होना चाहिए। इन माडल गांवों में, घरों की छतों पर सौर पैनल लगाए जाएंगे। ये पैनल सूरज की रोशनी को विद्युत शक्ति में बदलते हैं, जिसका इस्तेमाल लाइट, उपकरण और अन्य ऊर्जा जरूरतों के लिए किया जा सकता है।
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