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    भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती ने उड़ाई नींद, शोपीस बनकर रह गए हैं कूलर और एसी

    By Jagran NewsEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Sat, 18 May 2024 03:30 PM (IST)

    मौसम की मार के बीच उमस भरी गर्मी सितम ढा रही है। लोग गर्मी से परेशान हैं। यह तकलीफ उस समय और बढ़ जाती है जब बिजली बार-बार कटती रहती है। शहर में बिजली आपूर्ति की स्थिति खस्ताहाल है। गर्मी की वजह से बिजली की खपत अधिक बढ़ी हुई है। सप्लाई का लोड बढ़ा हुआ है जिससे वोल्टेज डाउन हो रहे हैं तो लाइन ट्रिप कर जा रही हैं।

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    8 से 10 बार तक दिन में ट्रिप करती है बिजली। (सांकेतिक फोटो)

    जागरण संवाददाता, नवादा।  शहरवासियों में बिजली संकट को लेकर हर दिन परेशानी है। दिन हो या रात हर वक्त ट्रिपिंग हो रही है। लो वोल्टेज और बिजली ट्रिप की समस्या ने उपभोक्ताओं काे परेशान कर रखा है।

    पिछले पखवारे भर से बिजली की आवाजाही से लोगों की समस्या बढ़ गई है। लोगों ने गर्मी से बचाव के लिए कूलर और एसी की व्यवस्था की है, लेकिन ये सभी केवल सोपीस बनकर रह गए हैं।

    कमोबेश प्रतिदिन की स्थिति यह है कि दिन में 8 से 10 बार बिजली ट्रिप करती है। एक बार बिजली गई, तो आधे से एक घंटे की प्रतीक्षा आम है।

    कई बार मरम्मत के नाम पर चार से पांच घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है। ऐसे में नागरिकों का पारा सातवें आसमान पर पहुंचता है।

    आम तौर पर बिजली विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों के विरूद्ध गुस्सा फूटता है। लेकिन बिजली आने के बाद टिक गई, तो सारा गुस्सा शांत हो जाता है। हालांकि नागरिक शिकायत दर्ज कराते हैं, लेकिन समाधान के नाम पर कोई-न-कोई बहाना बना दिया जाता है। बेचारी जनता थक-हार कर बिजली आने का बाट जोहते रहती हैं।

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    व्यवस्था पुरानी, बड़े बदलाव की जरूरत

    नवादा शहर में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था वर्षों पुरानी है। पांच से दस किमी. की लंबी-लंबी संचरण लाइनें हैं। ऐसे में बिजली ट्रिप की, तो विभाग के मानव बल बड़े इलाके में तकनीकी खामी ढूंढते हैं। इसमें वक्त लगता है। फिर इसकी मरम्मत को लेकर शट डाउन मांगा जाता है।

    एक बड़े इलाके की बिजली मरम्मत का काम होने तक गुल रहती है। कई बार अलग-अलग जगहों पर तकनीकी बाधा आती है, तो दो-तीन बार शट डाउन लेने की जरूरत पड़ जाती है।

    ऐसे में कई बार बिजली ट्रिप करते रहती है। हालांकि विभाग मॉडर्नाईजेशन और रिकंडक्टिंग को लेकर बार-बार काम करने की दुहाई देता है, लेकिन विद्युत आपूर्ति में अपेक्षित सुधार नहीं होता है।

    मान-मनौव्वल करके निकाला जाता है काम

    अमूमन गर्मियों में बिजली की मांग बढ़ जाती है। लोड अधिक होने पर रोटेशन करके बिजली आपूर्ति की जाती है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल की जाती है।

    नवादा ओल्ड पीएसएस से जुड़े बिजली उपभोक्ताओं को भी लगातार पावर कट की समस्या झेलनी होती है। कमोबेश सद्भावना फीडर (तीन नंबर) के उपभोक्ताओं की समस्या कम होती है।

    इस दौरान फ्यूज सेंटर के कर्मी का मोबाइल लगातार घनघनाता है। पब्लिक का मान-मनौव्वल करके काम निकाला जाता है।

    क्या कहते हैं अभियंता?

    नवादा शहर में फीडर की संचरण लाइनें काफी लम्बी है। इससे बड़ी समस्या है। लगातार ब्रेक डाउन होता है। मरम्मत के दौरान बड़े-बड़े इलाकों में बिजली बंद करनी पड़ जाती है। नवादा शहर के फीडरों को नए तरीके से व्यवस्थित करने की जरूरत है। इस दिशा में काम किया जा रहा है। अभी गर्मी में बिजली का लोड भी कई गुणा बढ़ा हुआ है। उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली देने के लिए पूरी टीम प्रयासरत है। - अनिल कुमार भारती, कार्यपालक अभियंता, नवादा विद्युत अवर प्रमंडल, नवादा।

    क्या कहते हैं शहरवासी?

    गर्मी बढ़ते ही बिजली की समस्या आने लगती है। बार-बार बिजली जाती है। मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पाता है। आजकल क्लासेज आनलाइन ली जाती है। बिजली नहीं रहने पर पढ़ाई बाधित होती है। – अनुष्का राज, गोला रोड, नवादा।

    बिजली ने तो कमाल कर दिया है। सुबह उठते ही पीने का पानी भरने को टेंशन रहता है, तो शाम में खाना बनाने में दिक्कत आती है। कोई भी काम सही ढंग से निबट नहीं पाता। गृहिणियों को बड़ी परेशानी हो रही है। -नीतू रानी सिन्हा, बुन्देलखण्ड, नवादा।

    बार-बार बिजली ट्रिप करने से व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। बार-बार बिजली आने-जाने से इन्वर्टर भी सही से चार्ज नहीं हो पाता। इन्फोरमेटिक्स और टेक्नोलाजी आधारित काम में लगातार बिजली की जरूरत पड़ती है।– संतोष कुमार, एडिट कम्प्यूटर, नवादा।

    गर्मी में बिजली जरूरी हो गयी है। पंखा, कूलर से ही थोड़ी राहत मिलती है। लेकिन लो वोल्टेज में बिजली के ये उपकरण भी सही से नहीं चल पाते हैं। पंखा और कूलर की पत्तियां हवा नहीं करती हैं। गर्मी में बदहाली का आलम है। - मो. शादाब खान, अंसार नगर।

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