वारिसलीगंज में हाथी के अटैक से मरनेवाली वृद्धा के आश्रितों को मिले एक लाख, गज को पकड़ने बंगाल से आई स्पेशल टीम
Elephant attack in Warisaliganj एक बुजुर्ग महिला को बेरहमी से मारने के बाद हाथी मोकामा चला गया है। हाथी को पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल से स्पेशल टीम बुलाई गई है। वन विभाग की टीम ने लगातार हाथी पर नजर बना रखा है।
नवादा, जागरण संवाददाता। जिले की वारिसलीगंज क्षेत्र में हाथी ने एक बुजुर्ग महिला की पटक-पटकर जान ले ली थी। अब वो मतवाला हाथी मोकामा चला गया है। हाथी के कारण क्षेत्र के लोग डर के साये में हैं।
जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि वारसलीगंज, काशीचक के रास्ते हाथी मोकामा पहुंच गया है। हाथी को पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से विशेषज्ञों की 6 सदस्यीय टीम आई है।
उन्होंने बताया कि मोकामा से खदेड़ते हुए वापस हाथी को नवादा के रास्ते जमुई या कोडरमा-गिरिडीह के जंगल तक पहुंचाया जाएगा। वन विभाग की टीम लगातार हाथी पर नजर रखे हुए है।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक हाथी एक दिन में औसतन 50 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। हाथी के बारे में बताया गया कि वह गिरिडीह( झारखंड) में अपने 15 सदस्य हाथियों के झुंड से भटक कर नवादा जिले के रोह, वारिशलीगंज, काशीचक होते हुए मोकामा पहुंच गया है।
अधिकारी ने बताया कि जिस वृद्ध महिला की मौत हाथी के प्रहार से हुआ है, उनके आश्रित को तत्काल एक लाख की मदद दी गई है। योजना के अनुसार 50 लाख की मुआवजा राशि दी जाएगी।
हाथी ने महिला को पटक-पटकर मार डाला
बता दें कि नवादा जिले के थाना क्षेत्र के बल्लोपुर गांव में गुरुवार की सुबह एक किशोर ने हाथी को पत्थर मार दिया था। जिसके बाद गुस्साए हाथी ने खेत में सब्जी तोड़ रही महिला को बेरहमी से मार डाला। उसके पति ने भागकर जान बचाई।
इसके बाद हाथी ने एक घर में घुसकर तोड़फोड़ की। जिसके बाद से डरे-सहमे लोगों ने वन विभाग को हाथी के बारे में सूचना दी थी।