Bihar Train Accident: रेल लाइन की सुरक्षा में दिन-रात तैनात है कर्मचारी, पटरियों की हर खामी पर पैनी नजर
Bihar Train Accident किउल-गया रेलखंड पर नवादा क्षेत्र से होकर प्रतिदिन छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेन एवं चार जोड़ी मालगाड़ी का परिचालन हो रहा है। इसके साथ ही साप्ताहिक एक्सप्रेस कामाख्या-गया और भागलपुर-नई दिल्ली हम सफर एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है। इन दोनों एक्सप्रेस में एलएसबी कोच लगी हुई है। इस क्षेत्र में रेल लाईन की सुरक्षा व मेंटेनेंस का जिम्मा रेल पथ प्रमंडल प्रशाखा नवादा के अधिकारी व कर्मियों का है।
जागरण संवाददाता, नवादा। किउल-गया रेलखंड पर डेढ़ गांव हाल्ट से जमुआवां नदी तक 63 किलोमीटर नवादा जिला का क्षेत्र पड़ता है। इस क्षेत्र में रेल लाईन की सुरक्षा व मेंटेनेंस का जिम्मा रेल पथ प्रमंडल प्रशाखा नवादा, इंजीनियरिंग विभाग प्रशाखा नवादा के अधिकारी व कर्मियों की है।
बता दें कि किउल-गया रेलखंड पर नवादा क्षेत्र से होकर प्रतिदिन छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेन एवं चार जोड़ी मालगाड़ी का परिचालन हो रहा है। इसके साथ ही साप्ताहिक एक्सप्रेस कामाख्या-गया और भागलपुर-नई दिल्ली हम सफर एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है। इन दोनों एक्सप्रेस में एलएसबी कोच लगी हुई है।
ट्रेन का परिचालन सुरक्षित व सुचारू रूप से करने के लिए विभागीय अधिकारी व कर्मियों को नियुक्त किया गया है। विभागीय अधिकारी व कर्मियों के माध्यम से खासकर रेल लाईन की सुरक्षा को लेकर मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा है। रेल लाईन के नट-बोल्ट, पेंड़ल क्लिप समेत अन्य उपकरण की पर्याप्त व्यवस्था है।
ट्रैक मैन व की- मैन के जिम्मे है मेंटेनेंस कार्य
रेल पथ प्रशाखा नवादा के वरीय प्रशाखा अभियंता जेपी यादव ने बताया कि विभाग की ओर से रेल लाईन सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। रेल लाईन मेंटेनेंस के लिए नवादा क्षेत्र अंर्तगत 286 ट्रैक मैन और 20 की- मैन कार्यरत हैं। प्रति छह किलोमीटर की दूरी के लिए एक गैंग बनाकर नियमित रूप से मेंटेनेंस कार्य होता है।
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एक गैंग में 14 ट्रैक मैन, एक की- मैन और एक गैंग लीडर रहते हैं। जिनके माध्यम से प्रतिदिन रेल लाईन मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा है। जर्जर नट-बोल्ट, पेंडुल क्लिप आदि पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। ट्रैक सर्किट से रखी जा रही निगरानी- नवादा स्टेशन पर ड्यूटी पर रहे स्टेशन मास्टर नीरज कुमार ने बताया कि रेल लाईन सुरक्षा को लेकर ट्रैक सर्किट लगाया गया है।
ट्रैक सर्किट से रेल पटरी के टूटने या अवरोध रहने पर लाल सिग्नल हो जाता है। साथ ही किस स्थान पर पटरी अवरोध है इसकी जानकारी आसानी से मिल जाती है। जानकारी मिलने पर पटरी की मरम्मत का कार्य तुरंत कर दिया जाता है। इसके अलावा विभागीय अधिकारी द्वारा समय-समय पर निरीक्षण भी किया जाता है।
रेल लाइन सुरक्षा को लेकर है पर्याप्त व्यवस्था
विभाग की ओर से नवादा क्षेत्र के 63 किलोमीटर की दूरी तक रेल लाईन सुरक्षा को लेकर कर्मियों के माध्यम से मेंटेनेंस कार्य नियमित रूप से जारी है। रेल लाईन के जर्जर नट-बोल्ट, पेंडुल क्लिप आदि को दुरुस्त किया जा रहा है। रेल यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। विभाग की ओर से रेल लाईन सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। जेपी यादव, वरीय प्रशाखा अभियंता, रेल पथ नवादा।
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