बार-बार फोन करने पर भी नहीं आई एंबुलेंस, बीमार को ठेले पर लादकर नवादा सदर अस्पताल पहुंचे स्वजन
अस्पतालों में एक कॉल पर एंबुलेंस मिलने का दावा किया जाता है। लेकिन यहां बार-बार कॉल करने पर भी एंबुलेंस नहीं मिली। मामला नवादा का है। स्थिति ऐसी हो गई कि सामान की तरह मरीज को ठेले पर लादकर अस्पताल लाना पड़ा।
नवादा, जागरण संवाददाता। एक ओर सरकार मिशन मोड में अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी है तो दूसरी ओर हालत ऐसी कि खुद कुव्यवस्था बयां हो जाती है। अब मामला सदर अस्पताल नवादा का ही देख लें। यह अस्पताल अक्सर किसी ना किसी वाकये को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है। एक बार फिर ऐसा कुछ हुआ कि सवाल उठना लाजिमी ही है।
बार-बार काल करने पर भी नहीं मिली एंबुलेंस
बात गुरुवार देर रात की है। नवादा नगर क्षेत्र के गढ़पर मोहल्ला से एक मरीज को लाने के लिए स्वजन को एंबुलेंस नहीं मिली। तब वे किसी तरह मरीज को ठेला पर लेकर इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल परिसर में रहे स्वास्थ्य कर्मी व लोग उस दृश्य को देखकर हैरान रह गए। साथ ही सरकारी कुव्यवस्था को लेकर चर्चा होने लगी।
कई बार फोन करने के बाद भी नहीं पहुंची एंबुलेंस
बताया जाता है कि गढ़पर मोहल्ला निवासी शंकर प्रसाद के पुत्र प्रिंस कुमार की तबीयत गुरुवार देर रात अचानक बिगड़ गई। पहले तो स्थानीय स्तर पर इलाज का प्रयास किया गया लेकिन हालत खराब देखकर सदर अस्पताल लाने की सलाह दी गई। इसके बाद स्वजनों ने कई बार एंबुलेंस के लिए काल किया। मरीज की गंभीर स्थिति की सूचना दी। लेकिन एक घंटा बीतने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। इधर बेटे की हालत देखकर शंकर प्रसाद परेशान थे। पुत्र की तबीयत बिगड़ते देखकर आनन-फानन में ठेला पर लिटा दिया। इसके बाइ इलाज कराने के लिए ठेला चलाते सदर अस्पताल पहुंचे।
डाक्टर ने मरीज को कर दिया रेफर
ड्यूटी पर रहे चिकित्सकों द्वारा मरीज का प्राथमिक उपचार करने के बाद विम्स पावापुरी रेफर कर दिया गया। मरीज के स्वजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंची। ऐसे में गंभीर मरीजों की इलाज के अभाव में जान जा सकती है। सरकार की व्यवस्था को ये लोग नाश करने पर तुले हुए हैं।