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    Bihar Flood: नालंदा के इस क्षेत्र में तीसरी बार बाढ़ का कहर, खेत और मकान बहे; रेस्क्यू में जुटा प्रशासन

    एकंगरसराय प्रखंड में इस वर्ष तीसरी बार बाढ़ आई है जिससे केशोपुर और मंडाछ पंचायत बुरी तरह प्रभावित हैं। खेतों में कटाव और मकान ढहने से लोगों को भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन और स्थानीय नेता राहत कार्य में जुटे हुए हैं और प्रभावितों को मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

    By rajeev kumar Edited By: Krishna Parihar Updated: Sat, 23 Aug 2025 03:49 PM (IST)
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    एकंगरसराय प्रखंड में तीसरी बार बाढ़ का कहर

    संवाद सूत्र, एकंगरसराय। एकंगरसराय प्रखंड में इस वर्ष तीसरी बार बाढ़ का कहर टूट पड़ा है। नदियों के उफान और लगातार पानी बढ़ने से प्रखंड के कई पंचायतों की स्थिति भयावह हो गई है। सबसे अधिक असर केशोपुर और मंडाछ पंचायत में देखा जा रहा है।

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    केशोपुर पंचायत के बरारी पुल से लगभग एक किलोमीटर दक्षिण और गांव से पश्चिम की ओर करीब 100 फीट लंबा खाढ़ (कटाव) हो गया है। इस कारण केशोपुर, केला बीघा, जैतीपुर, तेल्हाडा, कंजास, मानसिंगपुर, नईमा और सुल्तानपुर समेत कई गांवों के सैकड़ों एकड़ खेतों में लगी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।

    किसानों की मेहनत पर पानी फिरने से गांव-गांव में हाहाकार मच गया है। इसी पंचायत के केला बिगहा गांव में पानी के तेज बहाव से एक मकान देखते ही देखते धराशायी हो गया। अचानक हुए इस हादसे से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। प्रभावित परिवार खुले आसमान तले रहने को मजबूर हो गया है।

    वहीं, मंडाछ पंचायत के लाल बीघा पुल के निकट भी स्थिति विकराल हो चुकी है। जिस जगह पिछली बार मुख्य मार्ग में लंबा कटाव हुआ था, उसी स्थान पर एक बार फिर कटाव होने से लगभग एक दर्जन गांवों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।

    ग्रामीणों का कहना है कि शीवशंकरपुर, ठीकहीपर, मठपर, घानाविगहा, गजोवाग, पुलपर, लालाविगहा और मंडाछ समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है। लोग नाव और अस्थायी साधनों का सहारा ले रहे हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे ज्यादा परेशान हैं।

    इस बीच देर रात से ही एकंगरसराय के अंचलाधिकारी विवेक कुमार सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार, राजस्व पदाधिकारी आयुष कुमार तथा अंचल कर्मियों की टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में कैंप कर रही है।

    जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौके पर मौजूद रहकर कटाव रोकने और राहत कार्य में जुटे हुए हैं। प्रशासन की टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और बाढ़ प्रभावित परिवारों को सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।

    विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेता-कार्यकर्ता भी प्रशासन के साथ राहत और बचाव कार्य में सहयोग कर रहे हैं। जदयू नेता रुहैल रंजन, जन सुराज के संतोष यादव समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रभावित इलाकों में पहुंचकर लोगों की मदद कर रहे हैं।

    इधर, हिलसा अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार पटेल भी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वे अधिकारियों के साथ सीधे जुड़े रहकर पल-पल की जानकारी ले रहे हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।