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    Bihar: नालंदा में बोरवेल में गिरे शुभम की हालत पर इलाज कर रहे डॉक्‍टर ने दिया अपडेट, कही यह बात

    By Jagran NewsEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Sun, 23 Jul 2023 11:21 PM (IST)

    नालंदा में खेलने के दौरान रविवार को एक 4 साल का बच्चा 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बच्चा डोमन मांझी का पुत्र शुभम कुमार है। शुभम के साथ खेल रहे बच्चे ने इसकी जानकारी उसके माता-पिता को दी थी। इसके बाद मौके पर काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई थी। बच्चे को रेस्क्यू करने के लिए पटना से एनडीआरएफ की टीम पहुंची थी।

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    Bihar: नालंदा में बोरवेल में गिरे शुभम को 7 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाला, खेलते हुए गिर गया था मासूम

    नालंदा, जागरण संवाददाता। बिहार के नालंदा जिले में थाना इलाके के कुल गांव में 4 साल का शुभम सात घंटे से अधिक समय के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। बच्चा 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बच्‍चे को पावापुरी के भगवान महावीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (विम्स) में भर्ती कराया गया।

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    वहीं, अब बच्‍चे का इलाज कर रहे डॉक्‍टर प्रशान्‍त गौरव का बयान सामने आया है। उन्‍होंने कहा कि बच्चे की हालत अब स्थिर है। कुछ महत्वपूर्ण जांचें की गई हैं। सैच्‍यूरेशन बनाए रखने के लिए उसे जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन दे रहे हैं।

    बच्चा लगभग 8-10 घंटे तक बोरवेल के अंदर था इसलिए यह हाइपोक्सिया का मामला बनता है। जांच कर ली गई है और रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

    बच्चे को बाहर निकाले जाने का वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि कपड़े में लिपटे बच्चे को एनडीआरएफ के जवान अपनी गोद में लेकर एंबुलेस में बैठते दिख रहे हैं।

    इसके बाद एंबुलेंस अस्पताल जाने के लिए आगे बढ़ जाती है। इस संबंध में एनडीआरएफ के अधिकारी रंजीत कुमार का बयान भी आया है।

    बच्चा ठीक है और उसे बचा लिया गया है। हमें उसे बचाने में लगभग 5 घंटे लग गए। उसे अस्पताल भेजा गया है। - रंजीत कुमार, एनडीआरएफ अधिकारी, नालंदा, बिहार

    बता दें कि डोमन मांझी का पुत्र शुभम कुमार रविवार सुबह 9 बजे खेलने के दौरान बोरवेल में गिर गया था। उसके साथ खेल रहे बच्चे ने घटना की जानकारी उसके माता-पिता को दी थी, तब जाकर परिजन को इसकी जानकारी मिली।

      

    बताया गया कि बोरवेल करीब 150 फीट गहरा था, लेकिन बच्चा करीब 25 फीट पर फंसा था। करीब पांच घंटे बाद दोपहर 1:20 में पटना से NDRF की टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची थी।

    एनडीआरएफ की टीम में शामिल असिस्टेंट कमांडेंट जेपी प्रसाद को बोरवेल में उतारने की कोशिश भी की गई, लेकिन रेस्क्यू का यह तरीका सफल नहीं हो पाया था।

    असिस्टेंट कमांडेंट जे पी प्रसाद को बोरवेल में उतारने की तैयारी

    डीएम शशांक खुद घटनास्थल पर पहुंचे

    जिला प्रशासन की टीम सीसीटीवी कैमरे से बच्चे पर लगातार निगरानी रख रही थी। मौके पर डीएम शशांक शुभंकर खुद रेस्क्यू कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। एनडीआरएफ की टीम के आ जाने से रेस्क्यू ऑपरेशन को गति मिल गई।

    मौके पर पहुंचे डीएम शशांक शुभंकर

    दूध-पानी देने की कोशिश भी नहीं हो सकी सफल

    बच्चे का सीसीटीवी कैमरे में फुटेज भी सामने आया था, जिसमें वह सुरक्षित दिख रहा था। बच्चे को दूध और पानी भेजा गया, लेकिन वह ले नहीं पाया था। उसके रोने की आवाज भी सुनाई दे रही थी।

    प्रशासन की ओर से बोरवेल के नीचे सीसीटीवी कैमरा डाला गया था। तीन-चार पोकलेन की मदद से बगल में गड्ढा किया जा रहा था। 

    बोरवेल में गिरने से अबतक का अपडेट

    • सुबह 9 बजे: खेलने के दौरान बोरवेल में गिरा 4 साल का शुभम
    • सुबह 9:30 बजे : मौके पर पहुंची स्थानीय थाना की पुलिस
    • सुबह 10 बजे: सीओ और जिला आपदा अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
    • दोपहर 12 बजे: मौके पर पहुंचे सांसद कौशलेंद्र कुमार
    • दोपहर 12:30 बजे: डीएसपी दलबल के साथ पहुंचे
    • दोपहर 1 बजे: अभी तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची
    • दोपहर 1:20 बजे: पटना से रेस्क्यू के लिए पांच घंटे बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम
    • दोपहर 2 बजे: असिस्टेंट कमांडेंट जे पी प्रसाद को अंदर भेजने की कोशिश की गई पर सफलता नहीं मिली
    • शाम 4 बजे: डीएम शशांक शुभंकर मौके पर पहुंचे 
    • शाम 5 बजे के आसपास बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

    बोरवेल के बगल में की जा रही खुदाई

    इस दौरान डीएम शशांक शुभंकर ने बताया था कि शुभम कुमार को बोरवेल से निकालने के लिए बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। दो-तीन जेसीबी की मदद से बगल में खुदाई कर बच्चे को सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है। मौके पर सांसद कौशलेंद्र कुमार भी पहुंचे थे। काफी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।

    पाइप से बच्चे को दिया जा रही थी ऑक्सीजन

    घटनास्थल पर जिला आपदा शाखा प्रभारी कृष्ण कुमार उपाध्याय, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी आदि कैम्प कर अपनी देख-रेख में बचाव कार्य करा रहे थे। मेडिकल टीम भी ऑक्सीजन सुविधा के साथ स्थल पर मौजूद थी। बोरवेल में बच्चे को पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही थी। 

    घटना के बाद मौके पर जुटी लोगों की भीड़

    लापरवाही के कारण हुआ बड़ा हादसा

    नगर पंचायत नालंदा के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नलिन मौर्य ने बताया था कि यहां के किसान ने बोरिंग के लिए यह बोरवेल बनाया था। हालांकि, यहां बोरिंग नहीं लग पाया तो वे दूसरी जगह बोरिंग लगाने में जुट गए। इसके बाद इस बोरबेल को बंद नहीं किया गया, जिसके कारण आज यह बड़ा हादसा हुआ।

    इधर, सुबह घटना की जानकारी मिलने के बाद से बच्चे के परिवार में चीख-पुकार मची हुई थी। घटना के बाद मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने बताया था कि बच्चे को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। कई वरीय पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।