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    नवनालन्दा महाविहार में देशभर के विद्वान करेंगे बौद्ध अध्ययन पर मंथन

    नालन्दा। नव नालन्दा महाविहार नालन्दा के परिसर में आज 1 से 3 अक्टूबर तक देश के लगभग 100 से अधिक जाने माने बौद्ध अध्ययन विषय के विशेषज्ञ मंथन के लिए जुटेंगे। इस प्राचीन ज्ञान परम्परा के धरोहर के विषय में गहन परिचर्चा की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है।

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 30 Sep 2021 11:38 PM (IST)
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    नवनालन्दा महाविहार में देशभर के विद्वान करेंगे बौद्ध अध्ययन पर मंथन

    नालन्दा। नव नालन्दा महाविहार, नालन्दा के परिसर में आज 1 से 3 अक्टूबर तक देश के लगभग 100 से अधिक जाने माने बौद्ध अध्ययन विषय के विशेषज्ञ मंथन के लिए जुटेंगे। इस प्राचीन ज्ञान परम्परा के धरोहर के विषय में गहन परिचर्चा की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है। 20 वर्ष पूर्व इस बौद्ध अध्ययन की भारतीय शाखा के रूप में इंडियन सोसाइटी फार बुद्धिस्ट स्टडी की स्थापना इसी नव नालन्दा महाविहार परिसर में की गई थी। यह संयोग ही है कि 21वां आइएसबीएस का अधिवेशन भी नव नालन्दा महाविहार में ही होने जा रहा है। अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में डेक्कन कालेज पुणे के चांसलर प्रो. अरविन्द पी जामखेड़कर, प्रख्यात पुरातत्वविद पद्मश्री के के मुहम्मद, नालन्दा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनैना सिंह, महाविहार के कुलपति प्रो. बैद्यनाथ लाभ होंगे। वहीं समापन समारोह में आइसीपीआर के चेयरमैन प्रो. आर सी सिन्हा, सदस्य सचिव प्रो. सच्चिदानंद मिश्र तथा आइसीएचआर के सदस्य सचिव प्रो. कुमार रत्नम शिरकत करेंगे। इसके अलावा देश भर के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों से बौद्ध अध्ययन के प्रोफेसर गण एवं शोधार्थी इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में भगवान बुद्ध के ज्ञान एवं जीवन दर्शन की आवश्यकताओं को आज के संदर्भ में रेखांकित करेंगे। उद्घाटन के इस सारस्वत कार्यक्रम में बौद्ध अध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रो. बैद्यनाथ लाभ (कुलपति नव नालन्दा महाविहार ) को मंजुश्री सम्मान से पुरस्कृत किया जाएगा। जिसमें शाल, प्रमाणपत्र, मंजुश्री की प्रतिमा तथा 5100 की धनराशि दी जाएगी तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डीसी जैन को सागरमल जैन सम्मान से अलंकृत किया जाएगा। जिन्हें पुरस्कार स्वरूप शाल, प्रमाणपत्र, स्मृति चिन्ह प्रदान की जाएगी ।

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    तीन दिनों के इस मंथन में दस तकनीकी सत्रों को प्रो. अमरजीव लोचन, प्रो. आरएन प्रसाद, प्रो. राजीव रंजन, प्रो. विजय कर्ण, प्रो. सुशीम दुबे, प्रो. राणा पुरुषोत्तम, प्रो. रवींद्र श्रीवास्तव, प्रो. राजेश रंजन, डा. प्रदीप कुमार दास, डा. अरविन्द कुमार, डा निहारिका लाभ, डा. एलोरा त्रिवेदी, श्याम प्रकाश देवकर, डा. रेणु शुक्ला, डा. शिवानी चक्रवर्ती, डा. प्रिया सक्सेना आदि अपने विचार रखेंगे । उक्त जानकारी कार्यक्रम के आयोजन सचिव डा. ललित गुप्ता तथा अध्यक्ष प्रो. एसपी शर्मा तथा कोषाध्यक्ष डा. सुरेश ने दी।