Bihar News: नालंदा कृषि विज्ञान केंद्र ने शुरू की नई पहल, स्कूलों में साल भर मिलेंगी सब्जियां!
नालंदा कृषि विज्ञान केंद्र हरनौत में प्रधानाध्यापकों को पोषण वाटिका प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. सीमा कुमारी और डीपीओ जितेंद्र कुमार ने उद्घाटन किया। 35 प्रधानाध्यापकों को मौसमी सब्जियों और पोषण वाटिका के महत्व के बारे में बताया गया। पोषण वाटिका से कुपोषण कम करने और स्थानीय स्तर पर पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने का लक्ष्य है। प्रशिक्षुओं को वनस्पति कीटनाशक भी वितरित किए गए।

जागरण संवाददाता, हरनौत। नालंदा कृषि विज्ञान केंद्र हरनौत में शनिवार को जिले के प्रधानाध्यापकों को पोषण वाटिका प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का उद्घाटन केंद्र की वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सीमा कुमारी और एमडीएम के डीपीओ जितेंद्र कुमार ने किया।
डॉ. कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण में जिले के हरनौत, नूरसराय, थरथरी, बिंद, रहुई अस्थावां आदि प्रखंडों के 35 प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक उपस्थित थे। उन्हें पोषण वाटिका के साथ-साथ मौसमी सब्जियों के महत्व के बारे में क्रमबद्ध तरीके से बताया गया।
वैज्ञानिकों ने अपने संबोधन में कहा कि पोषण वाटिका लगाना आसपास की खाली जमीन का बेहतर उपयोग है। इससे स्कूली बच्चे अपनी पोषण संबंधी कमियों को पूरा कर पाते हैं, उन्हें ताजी मौसमी सब्जियां मिलती हैं, आहार विविधता बढ़ती है और वे पोषण सुरक्षा के प्रति आत्मनिर्भर बनते हैं।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षुओं को मूली, बैगन, मिर्च, टमाटर आदि वनस्पति कीटनाशक वितरित किए गए। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक आहार तक पहुँच प्रदान करना है ताकि कुपोषण को कम किया जा सके।
इस अवसर पर गृह वैज्ञानिक डॉ. ज्योति सिन्हा, प्रधानाध्यापक शंकर कुमार, बीआरपी शंभू प्रसाद, प्रधानाध्यापक विजय कुमार, प्रधानाध्यापक अनिल कुमार, प्रधानाध्यापक पूनम कुमारी, कार्यक्रम सहायक कुमारी पूनम कुमारी एवं पल्लवी कुमारी उपस्थित थीं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।