एक तरफ हाई-स्पीड फोरलेन, दूसरी तरफ गहरा पोखर; पतासंग स्कूल में वर्षों से चहारदीवारी के लिए इंतजार
रहुई के पतासंग गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय असुरक्षित है। फोरलेन सड़क के पास चहारदीवारी न होने से 125 बच्चे जोखिम में पढ़ाई कर रहे हैं। तेज रफ्तार वाह ...और पढ़ें

वर्षों से चहारदीवारी के लिए इंतजार
संवाद सूत्र, रहुई। प्रखंड के पतासंग गांव के समीप गुजरने वाली फोरलेन सड़क के समीप स्थित प्राथमिक विद्यालय इन दिनों सुरक्षा संकट से जूझ रहा है। विद्यालय परिसर से सटे पूरब की ओर वाली चहारदीवारी नहीं होने के कारण बच्चे हर पल जोखिम में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। बता दें कि इस विद्यालय में 125 बच्चे नामांकित है जिसमें 75 छात्राएं व 50 छात्र हैं। यहां कुल सात शिक्षक व शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। यहां रसोईघर की स्थिति भी बहुत जर्जर है।
हादसा होने का हमेशा डर
प्रधानाध्यापक श्रवण कुमार ने बताया कि कई बार बच्चे खेलते-खेलते सड़क की ओर निकल जाते हैं जिससे बड़े हादसे होने का हमेशा डर बना रहता है। साथ ही चहारदीवारी के सटे दक्षिण की ओर एक पोखर है जिसमें बरसात के दिनों में बच्चों को डूबने का खतरा लगा रहता है।
उन्होंने यह भी बताया कि चहारदीवारी निर्माण करने को लेकर जिला स्तर पर कई बार आवेदन दिया गया है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
परिजनों में बना रहता है डर
वहीं अभिभावकों का कहना है कि वे रोजाना अपने बच्चों को विद्यालय भेजते समय डर के साये में रहते हैं। चारदीवारी नहीं होने के कारण वे हमेशा चिंतित रहते हैं कि कहीं बच्चे सड़क की ओर न चले जाएं।
डीपीओ सह बीईओ आनंद शंकर ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी यह समस्या बहुत जटिल है। जल्द ही विभाग को चहारदीवारी निर्माण कार्य को लेकर पत्र अग्रसारित किया जाएगा ताकि शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू कराया जा सके।

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