रसोईघर के अभाव में क्लास रूम बना किचन, धुएं से बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य पर खतरा
बिहार के नालंदा जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में रसोईघर की कमी के कारण कक्षा में ही भोजन बनाया जा रहा है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। धुएं ...और पढ़ें

रसोईघर के अभाव में क्लास रूम बना किचन
संवाद सूत्र, रहुई। प्रखंड के पैंदापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में आधारभूत सुविधाओं की कमी बच्चों की शिक्षा पर भारी पड़ रही है। विद्यालय परिसर में अब तक रसोईघर का निर्माण नहीं होने के कारण मजबूरीवश मध्याह्न भोजन वर्ग कक्ष में ही तैयार किया जा रहा है। इससे न केवल नियमित पढ़ाई बाधित हो रही है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर भी गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।
विद्यालय में कुल मात्र तीन वर्ग कक्ष हैं। इनमें से एक कक्ष में भोजन पकाने की व्यवस्था होने से शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है। यहां गैस सिलेंडर के बजाय जलावन से भोजन बनाया जाता है, जिससे निकलने वाला धुआं बगल के वर्ग कक्षों तक फैल जाता है।
धुएं के कारण बच्चों को पढ़ाई में परेशानी होती है, वहीं आग लगने और दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। इसके साथ ही स्वच्छता के मानकों का पालन भी संभव नहीं हो पा रहा है।
विद्यालय में कुल 57 बच्चे नामांकित
बताया गया कि विद्यालय में कुल 57 बच्चे नामांकित हैं और यहां पांच शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। सीमित संसाधनों के बीच शिक्षक किसी तरह पढ़ाई और मध्याह्न भोजन दोनों व्यवस्थाओं को संभालने को मजबूर हैं।
प्रधानाध्यापिका सरला कुमारी ने बताया कि रसोईघर निर्माण को लेकर कई बार संबंधित विभाग को आवेदन दिया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र रसोईघर और अतिरिक्त वर्ग कक्षों की व्यवस्था नहीं की गई, तो इसका सीधा दुष्प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ता रहेगा।
इस संबंध में डीपीओ सह बीइओ आनंद शंकर ने बताया कि रसोईघर के अभाव में वर्ग कक्ष में भोजन बनाना एक गंभीर समस्या है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही विभागीय स्तर पर जांच कर रसोईघर निर्माण के लिए आवश्यक आदेश जारी किया जाएगा।

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