Updated: Sat, 05 Apr 2025 04:08 PM (IST)
नालंदा के एकंगरसराय में बिजेंद्र प्रसाद की संदेहास्पद मौत के मामले में पुलिस ने संजू देवी को गिरफ्तार किया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में मृतक के भोजन में जहर पाए जाने की पुष्टि के बाद यह कार्रवाई हुई। मृतक के पुत्र ने अगरबत्ती फैक्ट्री में साझेदारी के विवाद को लेकर मामला दर्ज कराया था। पुत्र ने कहा कि व्यापारिक लेन-देन के कारण उनके पिता की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई।
संवाद सूत्र, एकंगरसराय (नालंदा)। Nalanda News: नालंदा के एकंगरसराय स्थानीय थाना क्षेत्र के खरज्जमा गांव निवासी बिजेंद्र प्रसाद की गड़ेरिया बीघा में संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत के नौ महीने बाद आखिरकार इस मामले में एक बड़ी कार्रवाई हुई है।
एकंगरसराय थाना पुलिस ने शुक्रवार की देर रात कांड में नामजद आरोपित संजू देवी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी रिपोर्ट में मृतक के भोजन में जहरीला पदार्थ पाए जाने की पुष्टि के बाद की गई है।
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घटना के उपरांत मृतक के पुत्र जयप्रकाश मुन्ना ने एकंगरसराय थाने में कांड संख्या 109/24 दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उनके पिता ने गड़ेरिया बीघा निवासी ओमप्रकाश कुमार और उनकी पत्नी संजू देवी के साथ साझेदारी में अगरबत्ती फैक्ट्री शुरू की थी, जिसमें उन्होंने भारी पूंजी निवेश किया था।
उन्होंने दावा किया था कि इस व्यापारिक लेन-देन के कारण उनके पिता की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई। उन्होंने यह भी बताया था कि उनके पिता की मौत की सूचना संजू देवी ने ही फोन कर दी थी इस मामले में ओमप्रकाश कुमार, संजू देवी और उनके पुत्र सचिन कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
पुलिस द्वारा लंबे समय तक गहन अनुसंधान और पर्यवेक्षण किया गया, जिसमें संजू देवी और ओमप्रकाश की संलिप्तता प्रथम दृष्टया पाई गई।
थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार झा ने बताया कि पर्यवेक्षण के दौरान एफएसएल रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही थी, जिसके चलते अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
लेकिन अब जब रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से मृतक के खाने में जहर की मौजूदगी की पुष्टि हो गई है, तब जाकर संजू देवी को गिरफ्तार किया गया है। ओमप्रकाश कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है, जबकि पुत्र सचिन कुमार की भूमिका की जांच अभी भी जारी है।
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