पर्यटक ऑपरेटरों से बोले नालंदा डीएम... राजगीर, नालंदा और पावापुरी आएं, सत्कार के लिए नालंदा सदैव तैयार
नालंदा में इंटरनेशनल बौद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट में डीएम कुंदन कुमार ने पर्यटक ऑपरेटरों का स्वागत किया। उन्होंने राजगीर, नालंदा और पावापुरी की ऐतिहासिक और ...और पढ़ें

राजगीर, नालंदा और पावापुरी आएं
संवाद सहयोगी, राजगीर(नालंदा)। नालंदा जिले को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर और मजबूत पहचान दिलाने के उद्देश्य से बुधवार को अरुण्या गौतम विहार रिसॉर्ट में आयोजित आठवें तीन दिवसीय इंटरनेशनल बौद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट और बौद्ध सर्किट पर पांचवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश से आए पर्यटक ऑपरेटरों का भव्य स्वागत किया गया। एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर्स (एबीटीओ) के तत्वावधान में आयोजित इस सम्मेलन में भारत, नेपाल, लाओस, कंबोडिया, बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, वियतनाम सहित कई एशियाई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार, नगर आयुक्त दीपक कुमार मिश्रा और अपर समाहर्ता कृष्णा जोशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीएम ने संबोधन में कहा कि नालंदा अपनी प्राचीन पहचान, आत्मीयता और अतिथि सत्कार के लिए सदैव से विश्व विख्यात रहा है। उन्होंने देशी-विदेशी टूर ऑपरेटरों से आग्रह किया कि वे राजगीर, नालंदा और पावापुरी की ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक विरासत को करीब से देखें और इसे वैश्विक पर्यटन से जोड़ने में अपनी भूमिका निभाएं।
डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि सर्वधर्म समभाव की भूमि राजगीर में “अतिथि देवो भव:” की परंपरा आज भी जीवंत है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विशेष पहल पर जिले में कई बड़े पर्यटन विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, जैसे राजगीर वाइल्ड लाइफ जू सफारी, नेचर सफारी, लेजर शो, पथ प्रकाश व्यवस्था, और सड़क निर्माण परियोजनाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और उनके सुझावों पर गंभीरता से अमल किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि राजगीर न केवल भगवान बुद्ध बल्कि तीर्थंकर महावीर की उपदेश स्थली भी है। बुद्ध की करुणा, दया और बंधुत्व जैसे विचार आज भी प्रासंगिक हैं और पर्यटकों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करते हैं।
उन्होंने बताया कि जिले की जितनी विरासतें दिखती हैं, उससे कहीं अधिक अभी धरातल के नीचे छिपी हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालकर दुनिया के सामने लाने की कोशिश की जा रही है। पंच पर्वतीय क्षेत्र, वेणुवन, पांडु पोखर जैसे स्थानों को और विकसित किया जा रहा है।
सम्मेलन में नेपाल, श्रीलंका और अन्य देशों से आए प्रतिनिधियों ने रोपवे, नेचर सफारी और जू सफारी के ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम में आ रही समस्याओं को उठाया।
जिस पर डीएम ने शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि राजगीर को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए फाइव-स्टार होटल, फोर लेन सड़क और अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं का विस्तार तेजी से जारी है।
डीएम ने सभी टूर ऑपरेटरों को 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित होने वाले राजगीर महोत्सव में शामिल होने का विशेष निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव नालंदा की संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता को दुनिया के सामने पेश करने का बेहतरीन अवसर है।
इस अवसर पर विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन किया। वाइल्ड लाइफ जू सफारी स्टॉल, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व, नेपाल के इन्क्रेडिबल माउंटेन्स, अयोध्या के दंत धवण कुंड सहित कई प्रदर्शनी स्टॉलों ने पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी सम्मेलन का माहौल उत्साहपूर्ण बना दिया।
कार्यक्रम का संचालन एबीटीओ के सचिव डॉ. कौलेश कुमार ने किया। देश-विदेश से आए प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया।

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