Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पटेल भवन के घटिया निर्माण पर जदयू नेताओं ने की आपत्ति

    हिलसा नगर परिषद के वार्ड संख्या 15 में रैन बसेरा के समीप मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना से बनाई जा रही सामुदायिक पटेल भवन में अभिकर्ता द्वारा बरती जा रही अनियमितता पर जदयू नेताओं ने गुरुवार को कड़ा एतराज जताया है। विदित हो कि हिलसा विधायक अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव ने हिलसा नगर परिषद के वार्ड संख्या 15 में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत तकरीबन 17 लाख 64 हजार रुपए प्राक्कलित राशि से सामुदायिक पटेल भवन निर्माण के लिए अनुशंसा की थी।

    By JagranEdited By: Updated: Fri, 05 Jun 2020 05:44 PM (IST)
    पटेल भवन के घटिया निर्माण पर जदयू नेताओं ने की आपत्ति

    हिलसा : हिलसा नगर परिषद के वार्ड संख्या 15 में रैन बसेरा के समीप मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना से बनाए जा रहे सामुदायिक पटेल भवन में अभिकर्ता द्वारा बरती जा रही अनियमितता पर जदयू नेताओं ने गुरुवार को कड़ा एतराज जताया है। विदित हो कि हिलसा विधायक अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव ने हिलसा नगर परिषद  के वार्ड संख्या 15 में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत तकरीबन 17 लाख 64 हजार रुपए प्राक्कलित राशि से सामुदायिक पटेल भवन निर्माण के लिए अनुशंसा की थी। योजना संख्या 932/18 - 19 के अंतर्गत बनने वाला भवन का विधायक शक्ति सिंह यादव ने 1 मार्च 2020 को योजना का शिलान्यास किया था। कार्य एजेंसी स्थानीय अभियंत्रण संगठन हिलसा प्रमंडल है। विभागीय कार्यपालक अभियंता द्वारा लॉक डाउन 4.0 खत्म होने के आखिरी दिनों में भवन निर्माण कार्य शुरू कराया गया है। निर्माण कार्य शुरू होने के कुछ दिन बाद से ही अभिकर्ता द्वारा अनियमितता बरते जाने की शिकायतें मिलने लगी थी। सशिकायत पर गुरुवार को जनता दल यू के स्थानीय वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, वार्ड संख्या 15 के पार्षद सुरेंद्र प्रसाद, जदयू नगर अध्यक्ष कुंदन कुमार, जदयू नेता अनिल कुमार अकेला, अभय प्रताप, पटेल जी समेत दर्जनों नेता कार्य स्थल पर पहुंचकर स्थानीय अभियंत्रण संगठन के कनीय अभियंता से आपत्ति दर्ज करवाते हुए प्राक्कलन के अनुसार काम कराने के लिए कहा। इस दौरान काफी गहमागहमी का वातावरण हो गया । जदयू नेता प्रेम कुमार एवं अन्य ने कहा की भवन निर्माण के लिए की जा रही पाइलिग में प्राक्कलन के अनुसार लौह छड़ एवं अन्य सामग्री का उपयोग नहीं किया जा रहा है। छड़ की मोटाई भी निर्धारित मानक से काफी कम पाया गया है। हालांकि बाद में कनीय अभियंता द्वारा सही तरह से काम करवाये जाने का आश्वासन दिए जाने पर लोगों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत नहीं करने की बात कही गयी।  

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें