करायपरसुराय प्रखंड के पकड़ी गांव के पास लोकाईन नदी का तटबंध 15 फीट टूट गया है। प्रशासन की लापरवाही से मरम्मत नहीं हुई जिससे कटाव का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लगातार बारिश से जलस्तर बढ़ने पर कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है जिससे किसान चिंतित हैं।
संवाद सूत्र, करायपरसुराय। प्रखंड के पकड़ी गांव के निकट लोकाईन नदी का तटबंध हाल ही में लगातार वर्षा के कारण लगभग 15 फीट टूट गया है।
प्रशासन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। इससे बाढ़ आने की स्थिति में कटाव बढ़ने की आशंका है, जिससे कई गांवों में पानी प्रवेश कर सकता है।
इस स्थिति को लेकर ग्रामीणों में गहरी चिंता व्याप्त है। जानकारी के अनुसार, पकड़ी गांव से दक्षिण हसन पईन के निकट मुहन्ना पर लोकाईन नदी का तटबंध लगभग चार दिनों पहले टूट गया था।
ग्रामीणों सुधीर लाल यादव, सुधाकर सुमन, डॉ. ब्रजकिशोर प्रसाद, पवन लाल यादव समेत अन्य ने बताया कि तटबंध के टूटने के बाद धीरे-धीरे कटाव बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और जल संसाधन विभाग के अभियंताओं से तटबंध की मरम्मत कराने की गुहार लगाई है, लेकिन उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया है।
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ग्रामीणों का कहना है कि फिलहाल नदी में पानी नहीं है, लेकिन क्षेत्र में हो रही लगातार वर्षा के कारण जलजमाव हो रहा है। झारखंड में भी वर्षा जारी है, जिससे उदेरास्थान बराज से पानी छोड़े जाने पर जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। जलस्तर बढ़ने से तटबंध के कटाव में और वृद्धि होने की आशंका है।
यदि ऐसा हुआ तो पकड़ी, पकड़ीबिगघा, नेसरा, जोगनबिगहा, वाहापर, सतरजावाग, रसलपुर, हथिला, गुलरियाबिगहा, करायपरसुराय, जोलबिगहा समेत कई अन्य गांव बाढ़ के पानी से घिर सकते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी पटना जिले के ऐरई गांव होकर सिंगरियावां छिलका पर निकलेगा।
पहले भी हो चुकी है घटना
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 16 जुलाई की रात को भी जल संसाधन विभाग की लापरवाही के कारण सांध पंचायत के गुलरियाबिगहा गांव के निकट लोकाईन नदी का तटबंध लगभग 55 फीट टूट गया था। उस समय बाढ़ ने सांध, बेरथू, करायपरसुराय, गोंदूविगहा और डियांवा पंचायतों के कई गांवों को प्रभावित किया था।
ग्रामीणों ने उस समय भी अधिकारियों से मरम्मत की गुहार लगाई थी, लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज किया गया, जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ की चपेट में आकर तटबंध टूट गया। अब पकड़ी गांव के निकट टूटे तटबंध की मरम्मत न होने से ग्रामीणों में संशय की स्थिति बनी हुई है।
बाढ़ से पहले ही आर्थिक रूप से प्रभावित किसानों का हौसला अब पस्त हो गया है। किसानों का कहना है कि यदि इस समस्या को अनदेखा किया गया, तो उन्हें फिर से बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। इस संबंध में जल संसाधन विभाग के जेई मशरुर अहमद ने कहा कि विभाग के एसडीओ को इस स्थिति से अवगत करा दिया गया है और जल्द ही मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा।
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