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    बिहार की आशा कार्यकर्ताओं के लिए खुशखबरी, अब बिना राशन कार्ड के भी बनवा सकेंगी आयुष्मान कार्ड

    नालंदा जिले में आशा कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों को अब इलाज के लिए आर्थिक मदद मिलेगी। सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करेगी। राशन कार्ड न होने पर भी बीसीएम के माध्यम से जानकारी जमा कराकर लाभ उठाया जा सकता है। 70 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धों को केवल आधार कार्ड देना होगा।

    By sunil kumar Edited By: Krishna Parihar Updated: Wed, 20 Aug 2025 03:29 PM (IST)
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    बिना राशन कार्ड वाले आशाकर्मियों व उनके स्वजन का भी बनेगा आयुष्मान कार्ड

    सुनील कुमार सिन्हा, बिहारशरीफ। जिले में कार्यरत तमाम आशाकर्मियों व उनके स्वजन को अब गंभीर बीमारी होने पर इलाज के लिए आर्थिक परेशानी से जूझना नहीं पड़ेगा। ऐसे तमाम आशा कर्मियों व उनके स्वजन के लिए अब सरकार आयुष्मान कार्ड बना कर उनकी इलाज में मदद करेगी।

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    आशा कार्यकर्ताओं का भारत सरकार की ओर से मिलने वाले पांच लाख के स्वास्थ्य बीमा के तहत आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बनाया जाएगा। यह निर्णय पटना में आयोजित राज्य स्वास्थ्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।

    यह जानकारी आयुष्मान भारत कार्ड योजना के समन्वयक शवनम सुल्ताना ने देते हुए बताया कि जिन आशाकर्मियों का राशन कार्ड नहीं बना है, वे भी अपने व पूरे स्वजन का डिटेल्स ब्यौरा बीसीएम के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति के पास जमा करा करा इसका लाभ ले सकेंगे।

    इन लोगों की सारी डिटेल्स जमा होने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति इन पूरे परिवार की सूची बनाकर भारत सरकार मंत्रालय नई दिल्ली को भेज देगी। वहां से स्वीकृति मिलते ही जिले में कैंप मोड में सभी का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।

    कार्ड बनने से क्या होगा फायदा?

    आयुष्मान कार्ड बनने के बाद आशा व उनके स्वजन के प्रत्येक व्यक्ति को पांच लाख रुपये तक के इलाज कराने का लाभ चयनित अस्पतालों में मिलेगा। इसके लिए जिले व बाहर के लगभग 18 अस्पतालों को चिन्हित किया गया है। यहां पर वे जाकर इलाज करा सकेंगे।

    पूरे बिहार में 91 हजार आशा कार्यकर्ता

    सदर अस्पताल के आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक सवनम सुल्ताना ने बताया कि पूरे बिहार में 91 हजार आशा कार्यकर्ता कार्यरत हैं। नालंदा जिले में 24 सौ आशा कार्यकर्ता हैं जिसमें आधे का यानी 12 सौ का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है।

    आशा को विभाग की ओर से स्वयं आइडी दी गई है, जिसके आधार पर वे आयुष्मान कार्ड बना चुकी है, लेकिन जिन आशा कार्यकर्ताओं के पास राशन कार्ड नहीं हैं और उनके स्वजन का कार्ड नहीं बना है तो वे अपने साथ परिवार को पूरा डाटा जमा करों दे उन्हें यह सुविधा मिलेगी और उनका कार्ड बन जाएगा।

    70 साल के वृद्धों को सिर्फ देना होगा आधार

    आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 70 साल के वृद्ध को सिर्फ आधार कार्ड के अलावा किसी तरह के दस्तावेज नहीं देने होंगे। समन्वयक ने बताया कि भारत सरकार ने ऐसे उम्र के वृद्धों को बेहतर इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश दिया है।

    कार्ड बनाने पर आशा को मिलेंगे 15 रुपये की राशि

    समन्वयक शवनम ने बताया कि जिले में कार्यरत आशाकर्मी यदि किसी जरूरतमंद का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए उनकी पूरी सूची व दस्तावेज जमा करेंगे तो उन्हें इसके एवज में सरकार की ओर से प्रत्येक लाभुक पर 15 रुपये की राशि देय होगा। पहले यह राशि 5 रुपये दी जाती थी।