Biharsharif News: किडनी के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है डायलिसिस सेंटर, इन लोगों को मिलता है फ्री इलाज
बिहारशरीफ के मॉडल अस्पताल में किडनी रोगियों के लिए डायलिसिस की उत्कृष्ट सुविधा उपलब्ध है। यहां राशन कार्ड धारकों के लिए मुफ्त और अन्य लोगों के लिए कम दर पर डायलिसिस की जाती है। प्रतिदिन 30 से अधिक मरीजों का डायलिसिस किया जाता है। अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ और आधुनिक उपकरण मौजूद हैं जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है।

सुनील कुमार सिन्हा, बिहारशरीफ। किडनी से पीड़ित रोगियों को अब जिले से बाहर ले जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए मॉडल अस्पताल बिहारशरीफ में इलाज की पूरी व्यवस्था है। किडनी से ग्रसित रोगियों के लिए यह अस्पताल बरदान साबित हो रहा है।
यहां पर एक दिन में 30 से अधिक किडनी पीड़ित रोगियों का डायलिसिस होता है। राशन कार्डधारियों का इलाज फ्री होता है जबकि आम लोगों को इसके लिए मात्र 1878 रुपये की राशि देनी पड़ती है। जबकि प्राइवेट व अन्य जगहों पर डायलिसिस में 35 सौ से चार हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
नेपरा प्लस हैदराबाद की कंपनी जिसके नाम से एजेंसी है, उसने यहां पर 11 बेड लगा रखे हैं। यहां पर दो डॉ. बीएलके वर्मा हर दिन मौजूद रहते हैं।
वहीं नेपरोलॉजिस्ट डॉ. कुणाल महीने में एक बाद आते हैं। मरीजों की देभभाल के लिए कुल क्लीनिकल स्टाफ 8, दो हाउस कीपर व एक जीएनएम मौजूद रहते हैं।
एक मरीज पर 130 लीटर आरओ का पानी होता है खर्च
एजेंसी के क्लीनिक के इंचार्ज अभिराम कुमार ने बताया कि एक मरीज को डायलिसिस करने पर आरओ का पानी कम से कम 130 लीटर खर्च होते हैं। मॉडल अस्पताल में आरओ के साथ नल जल योजना का कनेक्शन व अलग से बोरिंग की भी व्यवस्था है।
क्या है इलाज की प्रक्रिया
यहां पर किडनी रोगियों के इलाज के लिए सबसे पहले नम्बर लगाने पड़ते हैं। एजेंसी के इंचार्ज की मानें तो नम्बर आने पर लगभग 15 दिन लग जाते हैं। चूंकि मरीजों की संख्या अधिक है और यहां पर मात्र 11 बेड ही उपलब्ध है।
सप्ताह में एक या दो दिन कराना पड़ता है डायलिसिस
दोनों किडनी खराब होने पर क्रेटनिंग लेवल के अनुसार ज्यादा ग्रसित होने पर सप्ताह में एक या दो बार डायलिसिस करनी पड़ती है। यहां पर आने वाले मरीजों को सभी प्रकार की आवश्यक दवाएं मुफ्त प्रदान की जाती है। मरीजों की देखभाल के लिए ट्रेंड कर्मी व एएनएम मौजूद रहती हैं।
वर्ष 2020 अगस्त में खुला था डायलेसिस सेंटर
मॉडल अस्पताल में वर्ष 2020 अगस्त में डायलिसिस सेंटर खोली गई थी। 11 बेडों का यह वार्ड पूरी तरह से वातानुकुलित है। यहां पर मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। शुरूआत से अब तक 75 से 80 हजार मरीजों का डायलेसिस हो चुका है।
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