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    महापौर और उप-महापौर पद पर महिलाओं का कब्जा, निर्मला को वार्ड 22 तो मोनालिसा को वार्ड 19 में मिला बहुमत

    20 वर्ष के नगर निगम के इतिहास में पहली बार उप महापौर पर महिलाएं बाजी मारती दिखीं। मतगड़ना की शुरुआत में पिछड़ने के बाद निर्मला और मोनालिसा दोनों ने ही अपने विरोधियों को पस्त कर दिया बहुमत हासिल की।

    By Jagran NewsEdited By: Ritu ShawUpdated: Sat, 31 Dec 2022 01:34 PM (IST)
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    महापौर और उप-महापौर पद पर महिलाओं का कब्जा, निर्मला को वार्ड 22 तो मोनालिसा को वार्ड 19 में मिली बहुमत

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: बिहार नगर निगम चुनाव में इस बार काफी बदलाव देखने को मिला है। नगर निगम चुनाव के इतिहास में पहली बार महापौर एवं उपमहापौर पद पर एक साथ महिलाओं का कब्जा हुआ। निर्मला देवी ने निवर्तमान महापौर को 13 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया। निर्मला को कुल 42966 वोट मिले, तो वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी राकेश कुमार (पिंटू) को 29779 मत मिले। वहीं डा. मोनालिसा ने शब्बीर अहमद पर 31 हजार से अधिक मतों से बड़ी जीत दर्ज की। मोनालिसा को 58184 तो निकटतम प्रतिद्वंद्वी शब्बीर अहमद को 26758 वोट मिले।

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    कड़ी सुरक्षा के बीच हुई मतगणना:

    इससे पहले एमएसकेबी महिला कालेज में मतगणना स्थल पर कड़ी सुरक्षा में नगर निगम के वोटों की गिनती शुरू हुई। महापौर पद पर शुरुआती रूझान में निवर्तमान महापौर राकेश कुमार (पिंटू) आगे रहे। यहां तक कि निर्मला तीसरे नंबर पर थीं। यह निगम का ब्रह्मपुरा वाला इलाका था। पांच राउंड के बाद मामला बदलने लगा। निर्मला ने एक बार बढ़त बनाई तो यह अंत तक कायम रही। दूसरी ओर उप महापौर पद पर मुकाबला एकतरफा रहा। डा. मोनालिसा की बढ़त लगातार बनी रही। इस कारण उनकी जीत भी बड़ी रही।

    मोनालिसा को 40 तो निर्मला को 29 प्रतिशत वोट:

    नगर निगम के 49 वार्ड के 311 बूथों पर एक लाख 45 हजार 236 मतदाताओं ने वोट डाले थे। निर्मला और मोनालिसा को भाजपा का समर्थन था। इसके बावजूद उप महापौर पद पर मोनालिसा को अधिक वोट मिले। उन्हें कुल मत के 40.06 प्रतिशत मत मिले। वहीं निर्मला को 29.58 प्रतशित वोट आए।

    शाहनवाज ने त्रिकोणीय बनाया महापौर का मुकाबला:

    महापौर पद के लिए मुकाबला त्रिकोणीय हुआ। शाहनवाज इकबाल को 16 हजार से अधिक वोट मिले। यह वोट जीत और हार के अंतर से तीन हजार अधिक है। माना जा रहा है कि शाहनवाज के काटे वोट ने भी निर्मला की जीत में भूमिका निभाई। अगर यह वोट उनके विरुद्ध राकेश कुमार के खाते में जाते तो परिणाम प्रभावित हो सकता था।

    लाटरी से जीते केपी पप्पू:

    मतगणना में सबसे रोचक परिणाम वार्ड 21 का रहा। कांटे के संघर्ष में निवर्तमान पार्षद कमलेश्वर प्रसाद उर्फ केपी पप्पू एवं राज कुमार के बीच टाई होगा। दोनों को 1306 वोट मिले। इसके बाद निर्वाची पदाधिकारी संजीव कुमार ने लाटरी निकलवाई। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के लिपिक ने लाटरी निकाली। इसमें केपी पप्पू विजयी हुए।

    जीवेश की पत्नी भी विजयी : चुनाव से पहले अचानक लापता हुए जीवेश कुमार की पत्नी रूपम कुमारी भी कड़े संघर्ष में विजयी हुईं। वह 221 वोटों से विजयी हुई। इस वार्ड पर शहरवासियों की नजर थी।

    नंद कुमार प्रसाद साह को भी 3198 वोट:

    नामांकन दाखिल करने के बाद से बीमार हुए उम्मीदवार नंद कुमार प्रसाद साह चुनाव प्रचार नहीं कर सके। पिछले कार्यकाल में महापौर पद की कुर्सी महज एक वोट से नहीं पाने वाले नंद कुमार प्रसाद साह को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा था। तबीयत खराब होने से वह एक तरह से मैदान से बाहर हो गए थे। बिना एक दिन प्रचार के उन्हें 3198 वोट मिले। पांच उम्मीदवारों को उनसे कम वोट मिले।

    अफरातफरी के बीच मतगणना:

    नगर निगम चुनाव की मतगणना में सुबह से अफरातफरी रही। मतगणना की जानकारी के लिए केंद्र पर कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इस कारण केंद्र के बाहर उम्मीदवार समर्थक हंगामा करते रहे। यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी परिणाम जानने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। रिजल्ट में देरी की सूचना पर डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी जयंत कांत, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी भी मतगणना केंद्र पहुंचे। जानकारी मिली की मतगणना टेबल से निर्वाची पदाधिकारी टेबल तक सूचना देर से आ रही है। करीब आधे वार्ड की गिनती पूरी हो जाने के बाद इसकी घोषणा की शुरुआत की गई। वहीं परिणाम घोषित होने के घंटों बाद तक विजयी उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र के लिए इंतजार करना पड़ा। महापौर और उप महापौर पद के परिणाम भी काफी देर से जारी किए गए। ऐसा मतों की इंट्री में गड़बड़ी से हुआ। इसे ठीक करने के कारण रात करीब पौने नौ बजे महापौर को जीत का प्रमाणपत्र दिया जा सका।

    इस बार का नगर निगम चुनाव कुछ हद तक विधानसभा और लोकसभा चुनाव की ही तरह रहा। वोटों का ध्रुवीकरण कई वार्ड में हुआ। यही कारण रहा कि उप महापौर पद पर बड़ी जीत दर्ज करने वाली डा. मोनालिसा भी चार बूथों पर पीछे रहीं। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी शब्बीर अहमद को वार्ड नंबर पांच, आठ और 33 में लीड मिली। वहीं वार्ड 11 में पूर्व उप महापौर को सबसे अधिक वोट मिले। इन चार वार्ड के अलावा सभी में मोनालिसा ने बढ़त बनाई। मोनालिसा को सर्वाधिक वोट वार्ड 19 में मिले। उन्हें यहां 1877 मत प्राप्त हुए।

    दूसरी ओर महापौर पद पर निर्वाचित निर्मला देवी को वार्ड 22 में सर्वाधिक 1402 वोट मिले। वह 13 वार्ड में प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रहीं। आठ वार्ड में निकटतम प्रतिद्वंद्वी राकेश कुमार पिंटू ने उनपर बढ़त बनाई। वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 6, 12 एवं 19 में राकेश को निर्मला से अधिक वोट मिले। वहीं शाहनवाज इकबाल को वार्ड 4, 5, 6, 9 एवं 33 में निर्मला से अधिक वोट मिले। शाहनवाज को वार्ड 5, 8 और 33 में सर्वाधिक वोट मिले।