मौसम में बदलाव के साथ मच्छरों का बढ़ा प्रकोप, मुजफ्फरपुर नगर निगम नहीं कर रहा कोई उपाय
मुजफ्फरपुर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से लोग परेशान हैं। नगर निगम द्वारा नियमित रूप से मच्छर उन्मूलन अभियान नहीं चलाने से फागिंग और एंटी लार्वा दवा का छिड़काव प्रभावी नहीं हो रहा है। मच्छरों के काटने से मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, जिससे लोगों को इलाज पर काफी खर्च करना पड़ रहा है। निगम का कहना है कि फागिंग और एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: मौसम में आ रहे बदलाव के साथ मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि शहरवासियों का जीना मुहाल हो गया है। दिन हो या रात, मच्छर शहरवासियों की चैन छिन रहे है।
उनसे मुक्ति दिलाने का जिम्मा नगर निगम पर है, लेकिन निगम मच्छरों को मारने के लिए नियमित अभियान नहीं चला रहा है। कुछ सप्ताह के अंतराल पर चल रहा फागिंग एवं नालों में एंटी लार्वा दवा के छिड़काव का असर कारगर नहीं हो पा रहा है।
नगर निगम इस समस्या को लेकर कभी गंभीर नहीं रहा है। शहरवासियों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब तक ठोस योजना नहीं बनाई गई।
मच्छरों के दंश से बीमार हो रहे शहरवासी
मच्छरों से शहर एवं आसपास रहने वाले लाखों लोगों की नींद हराम हो चुकी है। पहले रात में उनका दंश झेलना पड़ता था, लेकिन अब दिन में भी चैन नहीं। वे न सिर्फ शहरवासियों की नींद उड़ा रहे हैं, बल्कि मलेरिया, कालाजार, डेंगू , जापानी इंसेफेलाइटिस जैसे संक्रामक रोगों का शिकार लोगों को बना रहे हैं। डा. फिरोजुद्दीन फैज के अनुसार शहरवासी लगातार मच्छर जनित बीमारियों के शिकार हो रहे है।
इलाज व वैकल्पिक उपायों पर कट रही जेब
मच्छरों के दंश से शहरवासी मलेरिया, डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। कई जान तक गंवा रहे हैं। बीबी गंज निवासी ब्रजेश कुमार ने कहा कि बीमार होने पर इलाज के लिए लोगों को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है।
वहीं, मच्छरों से बचने की वैकल्पिक व्यवस्था अर्थात साधनों पर भी जेब ढीली करनी पड़ती है। पर, इससे निगम प्रशासन को क्या लेना-देना। उसे तो बस जनता से टैक्स वसूली तक मतलब है। जनता बीमार हो या उनकी जान जाए, उसे कोई मतलब नहीं।
मौसम में बदलाव के साथ मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। नगर आयुक्त के आदेश पर फांगिंग अभियान के साथ-साथ नालों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है। जल्द ही फागिंग के लिए बड़े मशीनों की खरीद होनी है।
कौशल किशोर, सफाई प्रभारी

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