सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव में बेहतर कौन? राजद नेता का झक्कास वाला आकलन
Bihar politics आयोग की ओर से बिहार एमएलसी चुनाव 2022 की घोषणा होने के बाद सूबे में राजनीतिक गतिविधयां तेज हो गई हैं। अब प्रमुख दल के नेता जनसंपर्क व बैठकें करने लगे हैं। जिसमें आरोप-प्रत्यारोप और एक-दूसरे को बेहतर-बदतर बताया जा रहा है।

सीतामढ़ी, जासं। बिहार एमएलसी चुनाव 2022 की घोषणा होने के साथ ही सूबे का राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है। दोनों प्रमुख गठबंधनों की ओर से अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश चल रही है। कई जगहाें पर बैठकें हो रही हैं। एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं। अपने को बेहतर बताने के पीछे तर्क रखे जा रहे हैं। एक ऐसी ही बैठक राजद की ओर से सीतामढ़ी के रीगा में आयोजित की गई थी। जिसमें न केवल वर्तमान सरकार पर हमले किए गए वरन सीएम नीतीश कुमार और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तुलना शुरू कर दी गई।
राजद की जीत तय
राजद प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार उर्फ कब्बू खिरहर के समर्थन में बड़ी बाजार डुमरा व रीगा में बैठक आयोजित की गई थी। सीतामढ़ी-शिवहर सीट के लिए पार्टी द्वारा मनोनीत पर्यवेक्षक रणविजय साहू ने इस मौके पर कहा कि सीतामढ़ी-शिवहर के मतदाताओं में काफी उत्साह है। यहां से शैलेंद्र कुमार की जीत सुनिश्चित है। विधायक मुकेश कुमार यादव ने कहा कि राजद ने बहुत सोच-समझ कर एक मुखिया को अपना प्रत्याशी बनाया है। शैलेंद्र कुमार पार्टी के साधारण कार्यकर्ता हैं। इससे यह साबित होता है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले को पार्टी हमेशा आगे बढ़ाती आ रही है।
नीतीश कुमार चूके हुए सीएम
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद अर्जुन राय ने दावा किया कि युवा राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार विधान परिषद की 24 सीट में से 24 सीट पर राजद समर्थित उम्मीदवारों की जीत होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश और उनकी सरकार पर सीधा हमला किया। कहा, इस सरकार पर नौकरशाही हावी है। सीएम कुछ कर नहीं पा रहे हैं। वे एक चूके हुए उम्रदराज मुख्यमंत्री हैं। ऐसे सीएम जो येन-केन-प्रकारेण अपनी कुर्सी बचाने मेें ही हमेशा लगे रहते हैं। इनके रहते राज्य का विकास नहीं हो सकता है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है।
राजद के पास युवा नेतृत्व
वहीं दूसरी ओर हमारे नेता तेजस्वी युवा हैं। उनके नेतृत्व में हम बिहार के विकास, बढ़ती महंगाई, गरीबी, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। तेजस्वी के हाथ में ही बिहार का भविष्य सुरक्षित है। वे ही युवाओं का विकास कर सकते हैं। त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था का मतदाता जागरूक है। वे अपने अधिकारों के लिए शैलेंद्र कुमार को सदन में भेजेंगे। शैलेंद्र कुमार की जीत यहां के मतदाताओं की जीत होगी। उन्होंने कहा कि बेलगाम नौकरशाही से त्रिस्तरीय पंचायती राज के जनप्रतिनिधि अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
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