Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार में जहां बाघ ने किसान को मार डाला, एक बार फिर वहीं मंडराता दिखा, अब ड्रोन कैमरा का सहारा

    By Dharmendra Kumar SinghEdited By:
    Updated: Thu, 22 Sep 2022 05:13 PM (IST)

    Bihar News वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए बिछाए संसाधनों के जाल। गुरुवार को बैरिया कला गांव के सरेह में नजर आया बाघ टीम के सक्रिय होते ही गन्ना के खेत में छिप गया। ड्रोन कैमरा पिंजरा ट्रेंकुलाइजर गन महाजाल वैन सहित बकरियों का लिया जा रहा सहारा।

    Hero Image
    पश्‍चिम चंपारण में वन विभाग की ओर से बाघ पर रखी जा रही नजर। फोटो-जागरण

    बगहा (पचं), जासं। बिहार के पश्‍चिम चंपारण में बाघ को लेकर दहशत का माहौल है। हरनाटाड़ वनांचल से निकला नरभक्षी बाघ इंसानों से भी ज्यादा चतुर है। बैरिया कला गांव के सरेह में बार-बार नजर आ रहा है, लेकिन पकड़ में नहीं आ रहा। उसे पकड़ने के लिए प्रशासन ने दो दिन से पूरी ताकत झोंक दी है। ड्रोन कैमरा, पिंजरा, ट्रेंक्यूलाइजर गन, महाजाल, रेस्क्यू वैन सहित तमाम संसाधन शातिर बाघ के आगे फेल साबित हो रहे हैं। वन कर्मियों ने बकरी बांधे ताकि बाघ उसका शिकार करने आ जाए। वह हर चाल को समझते हुए समय-समय पर अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा रहा है। गुरुवार की सुबह करीब 5.30 बजे वह फिर उसी जगह नजर आया जहां किसान को मौत के घाट उतारा था। बाघ की इस हरकत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बाघ को पकड़ने की पूरी तैयारी

    नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पूरी फौज मैदान में उतार दी है। 60 फॉरेस्ट गार्ड, पांच वैन, चार बड़े जाल, दो ट्रेंकुलाइज गन, दो ट्रैक्टर, 40 सीसीटीवी और एक ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है। बुधवार की शाम वन विभाग की टीम बाघ के करीब पहुंच गई थी। फॉरेस्ट गार्ड ने उसे ट्रेंकुलाइज गन से शूट कर दिया था, लेकिन वो वहां से भाग निकला। टीम भी उसका पीछा करने लगी। ताकि वो जैसे ही बेहोश हो उसका रेस्क्यू किया जा सके। टीम जंगल में बाघ को 40 मिनट तक ढूंढती रही, लेकिन वो नहीं मिला।

    दो पिकअप सहित 22 मवेशी मुक्त

    मझौलिया। स्थानीय पुलिस ने पशु तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें दो पिकअप पर लदे 22 मवेशियों को मुक्त कराया गया है। इस कार्रवाई में चार पशु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तस्करों में पूर्वी चंपारण जिला के खोदा नगर मोतिहारी वार्ड 14 निवासी मुहम्मद मुस्तफा, पिपरा कोठी जीवधारा वार्ड 11 के काजीपुर निवासी मुहम्मद आबिद, मनुआपुल थाना क्षेत्र के छावनी निवासी शेख शहजाद तथा माधोपुर वार्ड 05 निवासी मुहम्मद अजीजू खान शामिल है। इनके पास से चार मोबाइल सेट भी जब्त किया गया है। पुलिस इन गिरफ्तार तस्करों का पुराना इतिहास खंगाल रही है।

    जबकि, कब्जे में लिए गए पशुओं को निर्धारित फाटक में भेज दिया गया है। इसकी जानकारी इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष अजय कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात एनएच 727 स्थित बेतिया-मोतिहारी मार्ग के आमवामन डायवर्सन के समीप वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान दो पिकअप पर लदे मवेशियों को देखा गया। जिसे रोक उन्हें पकड़ लिया गया। मामले में अग्रेतर कार्रवाई करते हुए सभी पशु तस्करों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।