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    मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में छह नवंबर तक बदला-बदला रहेगा मौसम, पूर्वानुमान जारी

    By Dharmendra Kumar SinghEdited By:
    Updated: Wed, 02 Nov 2022 08:10 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर में बुधवार की सुबह आसमान में साफ है। दो डिग्री नीचे आया न्यूनतम तापमान कुहासे के साथ ठंड का एहसास। अगले पांच दिनों तक तक आसमान साफ व मौसम रहेगा शुष्क। धान की कटनी तथा दौनी के कार्य को उच्च प्राथमिकता देकर पूरा करें किसान।

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    मुजफ्फरपुर में सुबह से आसमान साफ। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    मुजफ्फरपुर, जासं। बुधवार को सुबह से मुजफ्फरपुर में धूप खिली है। हल्की-हल्की हवा चल रही है। उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक आसमान साफ रहेगा। इस दौरान मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। यह कहना है मौसम विभाग का। अगले 6 नवंबर तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में यह बात कही गई है। डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्राय: साफ तथा मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।

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    अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री

    इस दौरान अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। औसतन 3 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अगले 3 दिनों तक पछिया तथा उसके बाद पुरवा हवा चलने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 60 से 70 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 45 प्रतिशत रहने की संभावना है। किसानों के लिए जारी समसामयिक सुझाव में कहा गया है कि शुष्क मौसम की संभावना को देखते हुए किसान धान की कटनी तथा दौनी के कार्य को उच्च प्राथमिकता देकर पूरा करने का प्रयास करें। राई, मसूर, सुर्यमुखी, लहसून, शरदकालीन गन्ना, मटर, राजमा की बुआई प्राथमिकता से करें। सब्जियों में आवश्यकतानुसार निकाई-गुड़ाई करें एवं कीट तथा रोग-व्याधि का नियमित रुप से निरीक्षण करें। रबी मक्का की बुआई जल्द से जल्द करें।

    किसानों के लिए सुझाव

    मौसम को देखते हुए धान की कटनी तथा दौनी के कार्य को उच्च प्राथमिकता देकर पूरा करने का प्रयास करें। राई, मसूर, सूर्यमुखी, लहसुन, शरदकालीन गन्ना, मटर, राजमा की बुआई प्राथमिकता से करें। सब्जियों में आवश्यकतानुसार निकाई-गुड़ाई करें एवं कीट तथा रोग-व्याधि का नियमित रूप से निरीक्षण करें। रबी मक्का की बुआई जल्द से जल्द करें। खेत की जुताई में 100-150 क्विंटल कम्पोस्ट 60 किलोग्राम नेत्रजन, 75 किलोग्राम फास्फोरस एवं 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टर की दर से व्यवहार करें। गेहूं एवं चना की बुआई के लिए खेत की तैयारी करें। गेहूं बुआई के लिए अब मौसम अनुकूल हो रहा है। खेत के आसपास के मेठ, नालियों एवं रास्तों में उगे जगलों की सफाई करें गोबर की सड़ी खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पूरे खेत में अच्छी प्रकार विखेरकर एवं जुताई कर मिला दें। आलू की रोपनी के लिए तापमान अनुकूल हो रहा है । खेत की तैयारी एवं रोपाई शुरू करें।