Vande Bharat: बिहार को मिलेगी एक और वंदे भारत, इस रूट पर दौड़ेगी ट्रेन; 65,00,000 रुपये का टेंडर निकला
रक्सौल से कोलकाता के लिए वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेन चलाने की योजना है। इसके लिए रेलवे मंत्रालय ने तैयारी शुरू कर दी है जिसमें ओएचई दुरुस्तीकरण और वॉशिंग पिट का निर्माण शामिल है। रक्सौल स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए बजट 2025-26 में करोड़ों रुपये आवंटित किए गए हैं जिससे यात्री सुविधाओं का विकास होगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। रक्सौल से कोलकाता के लिए वंदे भारत, अमृत भारत ट्रेन चलाने की योजना है। रक्सौल से कोलकाता की सीधी लाइन होने के कारण इस प्रस्ताव को पूर्व में समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विनय श्रीवास्तव द्वारा पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के माध्यम से प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के साथ रेल मंत्रालय को भेजा गया था।
अब इसकी हरि झंडी मिलने वाली है। इसके पहले बिजली के ओवर हेड कॉन्टेक्ट व कनेक्ट वायर (ओएचई) को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। इसकी तैयारी जोर शोर से चल रही। वहां अत्याधुनिक वॉशिंग पिट का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ सहरसा में भी अत्याधुनिक वॉशिंग पिट बनाने की तैयारी चल रही है।
फिलहाल, रक्सौल के लिए ओएचई बदलने के लिए 65 लाख रुपये का टेंडर निकाला गया है। इसको तैयार करने के लिए छह महीने का समय दिया जाएगा। कार्य की अनुमानित लागत 65,03,720.66 रुपये है। ई-टेंडर से निविदा डाली जाएगी। इसके लिए 1,30,100 रुपये अग्रिम देना होगा।
16 जून को दोपहर 12 बजे निविदा बंद हो जाएगी। उसके बाद साढ़े 12 बजे ई-निविदा खुलेगी। वेबसाइट का विवरण जहां से निविदा एवं निविदा प्रपत्र की विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है। http://www.ireps.gov.in पर निविदा कर सकते हैं। इस कार्य में अगर कोई भी संशोधन/परिवर्तन किया जाता है तो समाचार पत्रों में नहीं इसकी सूचना सीधे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
बता दें कि पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर रेलमंडल में सबसे पहले अमृत भारत ट्रेन का परिचालन किया गया। अयोध्या जी से 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दरभंगा के लिए रवाना किया था। इसमें काफी संख्या में भगवान राम के ससुराल जनकपुर धाम से कलेवा आदि गया था।
वहां से साधु-संत के अलावा मधुबनी पेंटिंग बनाने वाली महिलाएं भी गई थीं। सभी लोगों से प्रधानमंत्री मिले थे। उसके बाद उक्त मंडल में सबसे पहले वंदे भारत ट्रेन दी गई। देश में दूसरी नमो भारत ट्रेन भी समस्तीपुर रेलमंडल को ही दी गई है। इसके बाद लगातार समस्तीपुर रेलमंडल पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
65-70 करोड़ की रुपये का अलग-अलग दिया गया टेंडर
भारत-नेपाल बाडर से सटे होने के कारण रक्सौल स्टेशन को वर्ल्ड क्लास के तर्ज पर निर्माण किया जाएगा। इसके लिए आम बजट 2025-26 में भी रक्सौल रेलवे स्टेशन के विकास को लेकर अलग-अलग मद में करोड़ों रुपये राशि आवंटित की गई है।
रक्सौल जंक्शन के इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास को सभी मद में 60 से 70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जिसमें मुख्य रूप से रक्सौल रेलवे स्टेशन के स्टेशन भवन का अपग्रेड सहित अन्य कार्य शामिल हैं। पहले भेज में 19 करोड़ 92 लाख रुपये दिए गए।
स्टेशन के बाहरी फेस को आधुनिक बनाने को लेकर अलग से 4 करोड़ 50 लाख रुपये दियाग या। 12 मीटर चौड़े फूट ओवरब्रिज का निर्माण रैंप के साथ किया जाएगा, इसके लिए 8 करोड़ 61 लाख रुपये दिया गया।
रक्सौल जंक्शन पर यात्री सुविधा को लेकर 4 एक्सीलेटर के लिए 5 करोड़ 25 लाख रुपये की राशि का आवंटित की गई। रक्सौल रेलवे स्टेशन के सेकेंड इंट्री गेट पर भवन निर्माण सहित अन्य कार्य के लिए 11 करोड़ 73 लाख रुपये का दिए गए। रक्सौल जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने की घोषणा सांसद डॉ. संजय जायसवाल द्वारा किया गया।
स्थानीय लोगों की मांग को ध्यान में रख किया विकास किया जा रहा है। रक्सौल भारत-नेपाल सीमा पर बसा एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। इसको लेकर सबकी नजर वहां टीकी हुई है।

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