Updated: Sat, 14 Jun 2025 07:00 AM (IST)
मुजफ्फरपुर-चंपारण रूट पर वंदे भारत ट्रेन का परिचालन जल्द शुरू होगा जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रक्सौल-कोलकाता रूट पर भी वंदे भारत चलाने की तैयारी है। रक्सौल स्टेशन को नया रूप देने के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए कई विकास कार्य किए जा रहे हैं जिससे भारत और नेपाल के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। पूर्व मध्य रेल में पटना के बाद मुजफ्फरपुर-चंपारण रूट पर वंदे भारत के परिचालन को हरी झंडी मिल गई है। इसके बाद रक्सौल-कोलकाता रूट पर भी इसे चलाने की तैयारी चल रही है। इससे बंगाल के लोगों के लिए बाबा पशुपतिनाथ व माता सीता का दर्शन करना आसान होगा। इसके लिए रक्सौल स्टेशन को नया लुक दिया जा रहा है। इस पर 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
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वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेन चलाने के लिए रक्सौल और सहरसा में वॉशिंग पिट का टेंडर किया जा चुका है। शुक्रवार को उसके रख रखाव के लिए 27 लाख का टेंडर जारी किया गया है। इसके पहले आम बजट 2025-26 में रक्सौल रेलवे स्टेशन के विकास को लेकर अलग-अलग मद में करोड़ों की राशि आवंटित की गई थी।
रक्सौल जंक्शन के इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास को सभी मद में 60 से 70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसमें मुख्य रूप से रक्सौल रेलवे स्टेशन के भवन को अपग्रेड करने समेत अन्य कार्य शामिल हैं। पहले फेज में 19 करोड़ 92 लाख रुपये दिए गए। उसके बाद वंदे भारत ट्रेन के रखरखाव डिपो बनाए जाएंगे।
इन डिपो में आधुनिक उपकरण, बिजली, पानी और लाइन कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस पर तेजी से काम चल रहा है। रक्सौल से वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए डीआरएम समस्तीपुर विनय श्रीवास्तव सतत निगरानी कर रहे हैं।
रक्सौल-कोलकाता रूट पर वंदे भारत ट्रेन चलने से बंगाल के लोगों के लिए बाबा पशुपतिनाथ व माता सीता का दर्शन करना आसान हो जाएगा। रक्सौल-सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर रूट के श्रद्धालु बंगाल की यात्रा कर सकेंगे। इतना ही नहीं, इससे भारत और नेपाल के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
पर्यटकों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा होगा। दैनिक जागरण ने 28 मई को रक्सौल से कोलकाता के लिए चलेगी वंदे भारत व अमृत भारत ट्रेन, हरी झंडी मिलने का इंतजार शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
मुजफ्फरपुर होते हुए कोलकाता तक परिचालन का भेजा था प्रस्ताव:
पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के माध्यम से यह प्रस्ताव समस्तीपुर मंडल ने रेलवे बोर्ड के साथ रेल मंत्रालय को भेजा था। इसकी हरी झंडी मिलने के बाद काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। पहले फेज में बिजली के ओवर हेड कॉन्टेक्ट व कनेक्ट वायर (ओएचई) को दुरुस्त किया जा रहा है। इसके साथ सहरसा में भी अत्याधुनिक वॉशिंग पिट बनाने का काम चल रहा।
रक्सौल रेल क्षेत्र में बिजली के ओवर हेड तार (ओएचई) बदलने के लिए 65 लाख रुपये का टेंडर दिया गया है। कार्य पूरा करने के लिए छह महीने का समय दिया गया है। 16 जून को निविदा हुई थी। समस्तीपुर रेलमंडल में सबसे पहले अमृत भास्त ट्रेन का परिचालन समस्तीपुर रेलमंडल में सबसे पहले अमृत भारत ट्रेन का परिचालन किया गया।
22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्याजी से हरी झंडी दिखाकर भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर इसे दरभंगा के लिए रवाना किया था। इसमें काफी संख्या में भगवान राम के ससुराल वाले जनकपुर धाम से कलेवा आदि लेकर पहुंचे थे और इसी ट्रेन से वापस आए थे। साधु-संत के अलावा मधुबनी पेंटिंग से जुड़ी काफी संख्या में महिलाएं भी पहुंची थीं, उन लोगों से प्रधानमंत्री ने मुलाकात भी की थी।
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