दरभंगा में साइबर अपराध का अनोखा मामला, गुड इवनिंग डा. विजय कुमार, मुझे आनलाइन बैंकिंग करने में समस्या आ रही है ...
Darbhanga Crime मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव की तस्वीर को वाट्सएप डीपी लगाकर साइबर ठग शिक्षक को लगा रहे थे चूना सजगता के कारणठगी के शिकार होने से बचे शिक्षक कुलसचिव ने थाने में की शिकायत लोगों को किया अगाह।

दरभंगा, जासं। इन दिनों जिले में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय होता जा रहा। भोले-भाले ग्रामीण के साथ ही अब ये बुद्धिजीवियों को भी अपना शिकार बनाने लगे हैं। मोह-माया के जाल में फंसाकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। पहले भी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में साइबर क्राइम के कई मामले उजागर हुए हैं। इस मामले में कई अब तक साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। ताजा मामला मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद के नाम पर एक शिक्षक से ठगी करने का है।
आरसीएस कालेज मझौल बेगूसराय के शिक्षक डा. विजय कुमार साइबर अपराधियों के शिकार होते-होते बाल-बाल बचे हैं। साइबर अपराधियों ने कुलसचिव की तस्वीर को वाट््सऐप डीपी लगाकर वाट््सऐप पर शिक्षक से गुड इवनिंग डा. विजय कुमार... कहते हुए बात शुरू की। अपराधी ने कुलसचिव बनकर शिक्षक को कहा कि मुझे आनलाइन बैंकिंग में करने में कुछ समस्या आ रही है। बेंगलुरू ब्रांच की एक खाता संख्या देते हुए कहा कि इस खाते में तीस हजार ट्रांसफर कर दें।
साइबर अपराध का अंदेशा होता देख शिक्षक डा. विजय कुमार ने तुरंत कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद को इसकी सूचना दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलसचिव ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय थाने की है। बताया है कि मोबाइल नंबर 8147530911 द्वारा मेरे कुलसचिव बन मेरे नाम पर साइबर अपराध किया जा रहा है। इससे पूर्व भी कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के नाम से एक ई. मेल आइडी बनाकर साइबर अपराधियों द्वारा विवि के अधीन शिक्षकों से ठगी की नाकाम कोशिश हुई थी। लगातार इस तरह की घटना घट रही है। इससे सभी सचेत रहने की जरूरत है।
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