मुजफ्फरपुर शहर में जाम का असली गुनहगार कौन, मंथन में खुला बड़ा राज
Bihar Latest News : मुजफ्फरपुर शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए जिला, पुलिस और नगर निगम प्रशासन प्रयासरत हैं। अतिक्रमण, अवैध पार्किंग, और याताया ...और पढ़ें

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । (Muzaffarpur latest news) शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने एवं यातयात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए जिला, पुलिस एवं नगर निगम प्रशासन कारणों की तलाश कर उसे दूर करने की पहल में लगा है।
अतिक्रमण, अवैध पार्किंग, पार्किंग स्थल का अभाव, यातायात पुलिस की कमी, बीच सड़क पर खड़े बिजली एवं टेलीफोन के खंभे आदि के कारण जाम हो रहा है। नगर आयुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी इनसे निपटने के लिए काम भी कर रही है। लेकिन जाम का एक और कारण है, शहरवासियों की ओर से यातायात नियमों को उल्लंघन।
वाहन चलाने के दौरान लोग लेन का उल्लंघन करते है। ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करते है। गलत जगह गाड़ी पार्किंग करते है। यातायात नियमों का उल्लंघन कर अपने साथ-साथ दूसरों के लिए भी परेशानी खड़ा करते है। स्वयं जाम का करण बनते और सिस्टम को कटघरे में खड़ा करते है। शहरवासी यदि यातायात व्यवस्था में सुधार चाहते है तो स्वयं में भी सुधार लाना होगा।
लोगों में सिविक सेंस की कमी
सेवानिवृत बैंककर्मी राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि शहर में हर दिन होने वाले जाम के लिए जिला, पुलिस एवं निगम प्रशासन की लापरवाही के साथ-साथ लोगों में सिविक सेंस की कमी भी कारण है।
यातायात के दौरान लोगों में नागरिक भावना की कमी, अक्सर गलत दिशा में गाड़ी चलाना, लेन का उल्लंघन, सिग्नल तोड़ना, गलत जगह वाहनों की पार्किंग जाम का कारण बनता है। यह समस्या अनुशासनात्मक कमी, दूसरों के प्रति असहिष्णुता और सब कुछ बिगाड़ने की मानसिकता से जुड़ी है, जिससे सड़क पर एक प्रतिस्पर्धी और अव्यवस्थित माहौल बनता है।
प्रशासन को जाम के अन्य कारणों को दूर करने के साथ-साथ लोगों में सिविक सेंस का विकास करना होगा। उनको जागरूक करना होगा। जरूरत पड़े तो सख्त भी होना पड़ेगा।
लोग नियमों का पालन नहीं करते
समाज सेवी डा. रेवती रमण ने कहा कि लोग नियमों का पालन नहीं करते है। गलत दिशा में गाड़ी चलाते है। यह सबसे बड़ी समस्या है जो खासकर सिंगल लेन सड़कों पर जाम का कारण बनती है। रेल गुमटी बंद होने या फिर रेड सिग्नल होने पर कई लोग अपना लेन छोड़ दूसरी तरफ जमा हो जाते है।
ऐसे में ग्रीन सिग्नल और रेल गुमटी खुलने पर जाम हो जाता है। उनकी लापरवाही का खामियाजा नियमों का पालन करने वालों को भी जाम में फंसकर उठाना पड़ता है। संजीव रंजन ने कहा कि हम बाजार निकलते हैं तो जिस दुकान से समान लेना होता है, ठीक उसके सामने ही अपनी गाड़ी लगाकर चल देते हैं।
ऐसा करने वाले यह मानते हैं कि यह सोचना उनका काम नहीं है कि उनकी गाड़ी की वजह से पूरी सड़क पर जाम लग सकता है। सुषमा सिन्हा ने कहा कि सड़क पर तेज ड्राइविंग हो या रांग साइड गाड़ी घुसाने का कार्य, हम बखूबी करते हैं। इससे किसी दूसरे को परेशानी होगी इसकी उन्हें परवाह नहीं होती। हमें जिम्मेवार नागरिक बनना होगा।
शहरवासियों के सहयोग के बिना यातायात व्यवस्था को बेहतर नहीं बनाया जा सकता। प्रशासन अपने स्तर पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने को सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। लेकिन लोगों को भी पूरी ईमानदारी से यातायात नियमों का पालन करना होगा। वाहन चलाते समय अपने लेन का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। दो चार लोगों की लापरवाही के कारण सभी लोगों को परेशानी होती है।
- विक्रम विरकर, नगर आयुक्त

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