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स्टेशनों पर तैनात होंगे टिकट बु¨कग एजेंट, शिक्षित बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता

रेलवे में ई-श्रेणी के स्टेशनों पर अब सिर्फ टिकट बु¨कग एजेंट ही रखे जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 03:15 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 03:15 PM (IST)
स्टेशनों पर तैनात होंगे टिकट बु¨कग एजेंट, शिक्षित बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता
स्टेशनों पर तैनात होंगे टिकट बु¨कग एजेंट, शिक्षित बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता

मुजफ्फरपुर। रेलवे में ई-श्रेणी के स्टेशनों पर अब सिर्फ टिकट बु¨कग एजेंट ही रखे जाएंगे। पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल के पांच ई-श्रेणी के स्टेशनों पर इन्हें तैनात करने का निर्णय ले लिया गया है। एजेंट को अनुबंध पर बहाल किया जाएगा और शिक्षित बेरोजगार युवाओं को इसमें प्राथमिकता मिलेगी। जिन स्टेशनों पर एजेंट नियुक्त करने का फैसला लिया गया है उनमें समस्तीपुर रेल मंडल के गोखुला, पिपराहा, तारसराय, रुन्नी सैदपुर और काकरघाटी शामिल हैं। कंप्यूटरीकृत अनारक्षित टिक¨टग प्रणाली (यूटीएस) द्वारा कमीशन दर पर अनारक्षित टिकट देने के लिए एसटीबीए अभिकर्ता के चयन के लिए स्थानीय लोगों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। इसमें संविदा की प्रारंभिक अवधि मात्र तीन वर्ष रखी गई है। योजना को भारतीय रेल पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है।

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चयन के बाद कार्य करेंगे एजेंट

- एसटीबीए स्टेशन के वर्तमान बु¨कग काउंटर से टिकट जारी करेंगे।

- एसटीबीए स्टेशन मास्टर को बेचे गए टिकटों के मूल्य व बिक्री का दैनिक आधार पर हिसाब-किताब देगें।

- एसटीबीए को प्राधिकार पत्र प्राप्त होने के 15 दिनों के अंदर रेल प्रशासन के साथ एक करार करना होगा। इसमें निर्धारित खंडों के अनुसार उन्हें कार्य करना होगा।

- एसटीबीए के चयन का अर्थ यह नही माना जाएगा की वे रेलवे में सरकारी नौकरी के हकदार होंगे। यह चयन पूर्णरूपेण संविदा पर आधारित है। फलत: एसटीबीए को रेलवे में नौकरी, नियमित सेवा, बोनस, रेल पास जैसी कोई सुविधा नहीं मिलेगी।

बेरोजगारों को होगी आय

एक बु¨कग एजेंट को प्रति टिकट एक रुपये का कमीशन दिया जाएगा। ई श्रेणी के स्टेशन पर प्रतिमाह 10 से 15 हजार तक टिकट की बु¨कग की जाती है। ऐसे में कोई शिक्षित बेरोजगार एजेंट बनता है तो उसे महीने में 10-15 हजार रुपये बतौर कमीशन मिल जाएगा।

टिकट बु¨कग से मुक्त होंगे एएसएम

सभी ई क्लास के स्टेशनों पर तैनात सहायक स्टेशन मास्टरों को बु¨कग कार्य से हटाकर केवल अब ट्रेनों के परिचालन तक सीमित किया जाएगा। पहले इस श्रेणी के स्टेशनों पर सहायक स्टेशन मास्टर ही अनारक्षित टिकट देते थे। इनका मुख्य काम परिचालन होता है। जिन स्टेशनों की सालाना आय 60 लाख से कम है, वहां स्टेशन टिकट बु¨कग एजेंट की व्यवस्था की जा रही है। समस्तीपुर रेल मंडल ई-श्रेणी में आने वाले स्टेशनों में टिकट बु¨कग एजेंट की बहाली से आसपास के बेरोजगार युवकों को रोजगार मिल जाएगा। मंडल के पांच स्टेशनों पर एजेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है।

बिरेन्द्र कुमार,

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक,

पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर।


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