मध्यप्रदेश में कारोबारी को गोली मारकर लूट... तार मुजफ्फरपुर से कैसे जुड़े? सरगना समेत तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर में मध्य प्रदेश पुलिस ने करोड़ों की लूट और कारोबारी पर हमले के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। छापेमारी में घटना में प्रयुक्त कार, मोबाइल और हथियार जब्त किए गए हैं। पूछताछ में पता चला कि कृष्णा ने आयुष को गोली मारी थी और खालिद गिरोह का सरगना है, जिसने लूट की साजिश रची थी। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

मध्यप्रदेश पुलिस ने आरोपितों को किया गिरफ्तार। जागरण
आकाश कुमार, मुजफ्फरपुर। मध्यप्रदेश पुलिस ने आठ दिन पूर्व मंडला जिले के मंडला थाना इलाके में आयुषी ज्वेलर्स से करोड़ों के जेवर लूटपाट के दौरान कारोबारी को गोली मारकर घायल करने के मामले में गिरोह के सरगना समेत तीन बदमाशों को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया है।
छापेमारी में मुजफ्फरपुर पुलिस भी सहयोग कर रही थी। छापेमारी के दौरान घटना में प्रयुक्त एक कार, मोबाइल व हथियार भी जब्त किए गए है। गिरफ्तार बदमाशों में बरूराज के रामपूर्वा अखाड़ा के सरगना खालिद, पारू गयासपुर के कृष्णा कुमार सिंह और सदर थाना के अतरदह के शशि कुमार शामिल है।
पूछताछ में इन सभी की घटना में संलिप्तता सामने आने के बाद तीनों शातिरों को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की तैयारी में पुलिस जुटी है। बता दें कि 21 नवंबर को मंडला थाने में घायल कारोबारी अक्षांश सोनी ने प्राथमिकी कराई थी। इसमें चार अज्ञात को आरोपित किया गया था। इसमें कहा था कि 20 नवंबर को मंडला थाना के हनुमान मंदिर कटरा के पास उनकी दुकान आयुषी ज्वेलर्स को बंद करने की तैयारी हो रही थी।
दुकान बंद करने से पहले वह सभी जेवरात को बैग में भरकर कार से घर ले जाते थे। दुकान चलाने में उनका बड़ा भाई आयुष सोनी भी रहता है। घटना के दिन रात में सवा सात बजे स्टाफ बबी यादव दो बैग में भरे सोने-चांदी के जेवरात को दुकान के सामने कार में रखने जा रहा था। इसी दौरान उजले रंग की कार से बदमाश आए। कार से चालक को छोड़कर तीन उतरे। सभी नकाबपोश थे।
तीनों ने पिस्टल बबी यादव के सिर पर तान दिया और जेवरात भरे बैग को छोड़ने की धमकी दी। डर से बबी ने जेवरात का बैग छोड़ दिया। इसके बाद एक आरोपित दुकान में गया। वहां उनका बड़ा भाई आयुष को पिस्टल दिखाकर जेवरात का ट्रे निकालने लगा। विरोध पर बदमाशों ने उनके बडे़ भाई आयुष के बाएं पैर में घुटने के नीचे गोली मार दी। घटना के बाद साढे़ सात बजे बदमाश जेवरात के बैग के साथ बाइपास रोड की ओर भाग गए।
पुलिस का कहना है कि पहले बरूराज से सरगना को पकड़ा गया। इसके पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पारू और अतरदह से दोनों शातिर पकड़े गए। इन सभी को उनके घर से ही पकड़ा गया है। मंडला थाने के इंस्पेक्टर शफीक खान ने कोर्ट से आरोपितों की 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड का देने की अर्जी दिया है। कोर्ट के आदेश पर ट्रांजिट रिमांड पर ले जाया जाएगा।
कृष्णा ने कारोबारी के पैर में मारी थी गोली
पूछताछ में गिरफ्तार कृष्णा ने पुलिस को बताया कि उसी ने आयुष के पैर में गोली मारी थी। उसने कहा कि गिरोह का सरगना खालिद है। उसी ने सभी को लूट के लिए जुटाया था। वह मजदूरी का कार्य करता है। खालिद ने उसे लूट की साजिश के बारे में बताया था। उसने कहा था कि उक्त दुकान से प्रतिदिन दो से ढ़ाई किलो सोना-चांदी का जेवर कारोबारी अपने घर ले जाते है।
17 नवंबर को वह खालिद की कार से कटनी, जबलपुर, इंदौर के रास्ते मंडला पहुंचे। 19 नवंंबर को मंडला में पंकज ठाकुर, लवकुश, शनि, अजहर, शशि, कृष्णा समेत अन्य के साथ मीटिंग हुई। घटना को अंजाम देने के लिए इंदौर के बदमाशों को भी बुलाया गया। घटना के दिन खालिद की कार और एक अन्य कार से चार-चार की संख्या में बदमाश गए। एक कार घटनास्थल से पहले रूकी।
खालिद अपनी कार से लूटपाट करने गया था। एक कार राजू चला रहा था। वहीं दूसरी कार शशि चला रहा था। पुलिस ने एक कार को इंदौर व दूसरी कार को खालिद के घर से जब्त कर लिया है। पूछताछ के आधार पर अन्य की तलाश में कार्रवाई की जा रही है।

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