ललित नारायण मिथिला विवि में 9.20 करोड़ रुपये से तीन भवनों का होगा निर्माण, सरकार ने दी मंजूरी Darbhanga News
LNMU दो मंजिला छात्र संघ भवन का किया जाएगा निर्माण। विश्वविद्यालय की ओर से चार प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। तीन प्रस्ताव को सरकार ने दी मंजूरी।
दरभंगा, जेएनएन। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय के लिए नौ करोड़ बीस लाख सात हजार की लागत से बनने वाले तीन भवनों की तकनीकी स्वीकृति दी है। प्रबंध निदेशक संजय कुमार ङ्क्षसह ने निदेशक उच्च शिक्षा बिहार सरकार को पत्रांक भी एसईआईडीसी/ टेक/2074/2018-7499 वर्ष 2019 में 13 दिसंबर को उपर्युक्त सूचना प्रेषित की गई थी। इसकी प्रति कुलसचिव ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को प्रेषित की गई है।
जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय अभियंता ईं सोहन चौधरी ने बताया कि इन रुपये से 5400 वर्ग फुट का दो मंजिला छात्र संघ भवन का निर्माण होगा, जिसकी लागत एक करोड़ 49 लाख 68 हजार होगी। 12500 वर्ग फुट का तीन मंजिला भवन छात्र सांस्कृतिक केंद्र के लिए कर्णांकित किया गया है, जिसकी लागत चार करोड़ नौ लाख 29 हजार होगी। तीसरा भवन 10652 वर्ग फुट का कम्युनिटी हॉल के लिए स्वीकृत किए गया है, जिसकी लागत तीन करोड़ 61 लाख 10 हजार होगी।
उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह के निर्देश के आलोक में विश्वविद्यालय की ओर से चार प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। इन तीनों प्रस्ताव के अलावा मल्टी परपस बिल्डिंग के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव भी भेजा गया था, परंतु राज्य सरकार ने जीर्णोद्धार के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं देकर नए तीनों भवनों के निर्माण के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है। अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. रतन कुमार चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय को छात्र संघ भवन निर्माण की स्वीकृति, इस विश्वविद्यालय द्वारा लगातार तीसरी बार विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव कराने में सफलता प्राप्त करने के पपरिणाम स्वरूप है।
कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने कहा कि स्टूडेंट कल्चरल हॉबी सेंटर के निर्माण से छात्रों में कौशल विकास के साथ साथ परिसर से छात्रों की उपस्थिति जो कम हो रही थी वह बढ़ेगी। कुलपति प्रो. सिंह ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के लिए विशेष कर छात्रों के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यहां के पदाधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्रों की कार्यकुशलता, निष्ठा व कार्य के प्रति समर्पण के परिणामस्वरूप इस तरह की कई उपलब्धियां विश्वविद्यालय को प्राप्त हुई है।