Bihar Voter List Revision 2025 : दूसरे प्रदेश में हैं और कंफर्म ट्रेन टिकट भी नहीं मिल रहा, चुनाव आयोग ने दूर की परेशानी
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सत्यापन कार्य किया जा रहा है। इसकी वजह से वैसे लोगों की परेशानी बढ़ गई है जो दूसरे प्रदेश में रहे हैं। उनका कहना है कि ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। नहीं आएंगे तो नाम ही कट जाएगा। बीएलओ की ओर से यह सूचना मिलने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से वाट्सएप वाली व्यवस्था की गई है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Voter List Revision 2025 : विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। यह 26 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान बीएलओ के माध्यम मतदाताओं के घर-घर जाकर उन्हें गणना प्रपत्र भरने के लिए दिया जा रहा है। इसके बाद प्रमाणपत्र के साथ इसका कलेक्शन किया जा रहा है।
मतदाता सत्यापन को लेकर जिले के वैसे लोग जो दूसरे प्रदेशों में रहते हैं, उन सभी में यहां आने की अफरातफरी मची है। खासकर मजदूर वर्ग के लोगों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब बीएलओ और निर्वाचन अधिकारियों ने क्षेत्र भ्रमण किया तो कई लोगों ने इस समस्या से उन्हें अवगत कराया।
बताया कि ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहा है। अगले माह का कंफर्म टिकट मिल रहा है। तब तक सत्यापन का कार्य समाप्त हो जाएगा। ऐसे में सभी को मतदाता सूची से नाम कटने की चिंता सता रही है। इसे देखते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से नई व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है।
अगर दूसरे प्रदेशों में रहने वाले लोग तकनीकी रूप से दक्ष हैं तो voters.eci.gov.in पर लागिन कर गणना प्रपत्र निकालकर इसे भर सकते हैं और साथ में प्रमाणपत्र भी अपलोड कर सकते हैं। जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी बीलएओ को इससे अवगत करा दिया गया है। इसलिए अफरातफरी के माहौल में यहां आने की आवश्यकता नहीं है।
जो भी लोग दूसरे प्रदेशों में रह रहे हैं और उनके स्वजन यहां पर हैं तो उन्हें आने की आवश्यकता नहीं है। बीएलओ उन्हें काल करेंगे और उनसे प्रमाणपत्र वाट्सएप पर मंगा लेंगे। विशेष प्रक्रिया उनके स्वजन के स्तर से पूरी कराई जाएगी।
सत्यप्रिय कुमार, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर
लापरवाही पर 66 बीएलओ का वेतन बंद, एक निलंबित
मुजफ्फरपुर : विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सत्यापन के कार्य में लापरवाही बरतने पर पांच विधानसभा क्षेत्रों में तैनात 66 बीएलओ का वेतन बंद कर दिया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन ने उक्त कार्रवाई की। उन्होंने इन सभी से स्पष्टीकरण मांगा है।
इसके अलावा कुढ़नी प्रखंड में तैनात बीएलओ सह कृषि समन्वयक राकेश कुमार देव को निलंबित किया गया। इन्हें कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 298 और 306 पर मतदाता सत्यापन के तहत गणना प्रपत्र वितरण और कलेक्शन करने का कार्य सौंपा गया था, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। बार-बार निर्देशित करने के बाद भी लापरवाह बने रहे। इनकी इस कार्यशैली से आयोग द्वारा निर्धारित कार्यों का संपादन करने में कठिनाई हो रही थी।
डीसीएलआर पश्चिमी सह निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी कुढ़नी की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने इन्हें निलंबित कर दिया। अन्य सभी बीएलओ को चेतावनी देते हुए तेजी से कार्यों का निष्पादन करने का निर्देश दिया अन्यथा उनपर भी कार्रवाई की बात कही। जिन बीएलओ का वेतन बंद किया गया, उनमें मुजफ्फरपुर विस के 19, कुढ़नी विस से 16, कांटी विस से 16, साहेबगंज विस से 14 व बोचहां विस क्षेत्र से एक बीएलओ शामिल हैं। इन सभी को अविलंब जवाब सौंपने और दिए गए कार्यों को तेजी से पूरा करते हुए रिपोर्ट देने को कहा गया है।
जिले में कुल 3481 बीएलओ की तैनाती की गई है। इसके अलावा छह हजार वालेंटियर्स व पर्यवेक्षक भी सहयोग के लिए लगाए गए हैं। डीएम ने मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस दौरान ईआरओ और एईआरओ को लापरवाही बरतने वाले बीएलओ को चिह्नित करते हुए उनके विरुद्ध रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। साथ ही सभी पदाधिकारियों को प्रतिदिन क्षेत्र भ्रमण कर बूथवार कार्य की प्रगति का जायजा लेने को कहा ताकि निर्धारित समय तक शत-प्रतिशत कार्य पूरा किया जा सके।
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