बिना रेमडेसिविर लिए केवल आम दवा से पूरे परिवार ने जीत ली कोरोना की जंग
अचानक परिवार में एक चार साल के बच्चे को बुखार आया। ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर : अचानक परिवार में एक चार साल के बच्चे को बुखार आया। उसके बाद देखते ही देखते परिवार के आठ लोग कोरोना के संक्रमण में आ गए। बीमार में 11 माह चार साल के बच्चे से लेकर 58 साल के वरीय नागरिक तक शामिल रहे।
लेकिन होम क्वारंटाइन नियम का सख्ती से पालन, समय पर भोजन व बुखार की साधारण दवा की बदौलत पूरे परिवार ने कोरोना की जंग जीत ली। दैनिक जागरण संग कोरोना के जंग जीतने की बात शेयर करते हुए पीएंडटी कॉलोनी चौक के पास रहने वाले अमन मोहन ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद धैर्य नहीं खोना चाहिए। हिम्मत, परहेज व अपने चिकित्सक के परामर्श के मुताबिक दवा खाएं, क्योर होंगे। उन्होंने कहा कि उनके एक रिश्तेदार दिल्ली के एक अस्पताल में कोरोना मैनेजमेंट यूनिट में है उनसे तथा स्थानीय स्तर पर अपने एक पारिवारिक चिकित्सक के परामर्श में रहे। अमन ने कहा कि कई लोगों का फोन आया कि रेमिडिसीवीर का इंजेक्शन ले लो। लेकिन हमारे चिकित्सक के परामर्श के मुताबिक इस दवा का कहीं यूज नहीं सब क्योर। 13 अप्रैल को संक्रमण का पता चला। 27 अप्रैल को जांच हुई तो निगेटिव हुए। पूरे परिवार के लोग निरोग हैं। घर पर राशन था, लेकिन सब्जी व दवा एक रिश्तेदार लेकर पहुंचा देते दरवाजे के बाहर रख देते जिसे हमलोग उठाकर अंदर ले जाकर काम करते रहे।
इस तरह से रही दिनचर्या
--सुबह-सुबह सांस संबंधी व्यायाम अनुलोम-विलोम व कपालभांति नियमित
- गर्म पानी का सेवन व वाष्प सुबह से रात तक तीन बार
- रात में सोते समय गर्म दूध में हल्दी का सेवन साथ-साथ
- चिकित्सक के परामर्श के मुताबिक दवा व गाढ़ा का सेवन
- मास्क, शारीरिक दूरी का पालन व बार-बार हाथ की करते रहे सफाई
- सभी लोग तनाव नहीं आराम करके समय को काटते रहे।

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