बिहार में गन्ने के खेत में किसानों के सामने अचानक आ गया बाघ, जैसे-तैसे बची जान, पश्चिम चंपारण का मामला
पश्चिम चंपारण में गौनाहा गन्ने के खेत में बाघ देख इलाके में दहशत रात में गौनाहा रेलवे स्टेशन के समीप दहाड़ा बाघ पहुंची वनकर्मियों की टीम मिले बाघ के पग मार्क स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल ।

पश्चिम चंपारण, जासं। वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल से निकल कर एक बाघ गौनाहा रेलवे स्टेशन के समीप पहुंच गया है। वह रेलवे स्टेशन के पास गन्ने के खेत में डेरा डाला है। रविवार की दोपहर में किसान विश्वनाथ वर्मा के खेत में आधा दर्जन मजदूर गन्ने की बंधाई कर रहे थे। उसी दौरान खेत में बैठा बाघ दिखा। मजदूर गन्ने की बंधाई छोड़कर भाग गए।ग्रामीण अनवारुल मियां ने बताया कि बीती रात 12 बजे के बाद बाघ की दहाड़ भी सुनाई दी थी। ऐसा लग रहा था कि वह स्टेशन के समीप से हीं कहीं दहाड़ रहा है।
मजदूर हसमुल्लाह खां ने बताया कि आधा दर्जन मजदूर गन्ने की बंधाई कर रहे थे। उसी दौरान खेत में बैठा बाघ दिखा। किसी तरह से सभी मजदूर भागकर जान बचाए। ग्रामीण राजेश पाण्डेय ने बताया कि पिछले वर्ष इसी जगह बाघ दिखा था। दो दिन बाद गांव में घुसकर भैंस के बछड़े को मार दिया था। उधर, रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि वनकर्मियों की टीम को भेजा गया है। गौनाहा रेलवे स्टेशन के समीप गन्ने के खेत में बाघ का पग मार्क मिला है। वनकर्मी रामाधार पासवान, मिथलेश कुमार, दारा महतो, विजय उरांव की टीम बाघ की गतिविधि पर नजर रख रही है। ग्रामीणों को उस इलाके में जाने से रोक दिया गया है।
भैंस चराने निकला युवक मगरमच्छ के हमले में जख्मी
बगहा। पठखौली ओपी थाना क्षेत्र के सबेया मुसई गांव में मगरमच्छ के हमले में एक 30 वर्षीय युवक रंजीत कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिसे स्वजनों ने त्वरित इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के उपरांत युवक की स्थिति खतरे से बाहर है। अस्पताल चिकित्सक डा.एसपी अग्रवाल ने बताया की युवक के पैर में जख्म हैं। मिली जानकारी के अनुसार युवक भैंस चराने गया था। तभी एक छोटी नदी को पार करते समय मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया।
सुअर के आतंक से परेशान गौनाहा के लोग
गौनाहा। प्रखंड मुख्यालय के वार्ड संख्या 6 नंबर व 7 में सूअरों ने आतंक मचा रखा है। घरों से लेकर फसलों तक नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस वजह लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीण बैद्यनाथ यादव, रघुवर शरण, चंदेश्वर यादव ने बताया कि सूअर का एक झुंड इन गांवों में अपना अड्डा बना लिया है। जो रात के अंधेरे में निकल रहे है तथा फसलों को भारी नुकसान के साथ फुस के घरों में घुसकर आतंक मचा रहे हैं। वन विभाग को भी सूचना दस दिन पहले दिया गया लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। किसानों ने बताया कि सुअर के झुंड पता नहीं कहां से पहुंचा है। किसान चंदेश्वर यादव ने बताया कि वन विभाग को खबर दी गई थी । वनरक्षी शिखा कुमारी के नेतृत्व में टीम मुआयना कर चली गई। इधर सुअर पालक दिनेश राउत का कहना है कि ये सुअर हमलोगों के नहीं हैं। जंगली सूअर हो सकते हैं। मंगुराहा रेंजर सुनील कुमार पाठक का कहना है कि इसकी सूचना मिली है। वन विभाग की टीम रेस्क्यू करने में लगी हुई है।
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