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    Muzaffarpur : इमरजेंसी में गैरहाजिरी भारी पड़ी, SKMCH के 10 जूनियर डाक्टरों का वेतन कटा

    By Keshav Kumar Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Fri, 12 Dec 2025 10:58 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इमरजेंसी ड्यूटी से गायब रहने वाले 10 जूनियर डाक्टरों का वेतन काटा गया है। प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने यह कार्रवाई स् ...और पढ़ें

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । एसकेएमसीएच के सेंट्रल इमरजेंसी वार्ड से गायब दस जुनियर रेजिडेंट एक दिन का वेतन प्राचार्य सह अधीक्षक डा. आभा रानी सिन्हा के आदेश पर कटा गया है।

    यह कार्रवाई सेंट्रल इमरजेंसी डयूटी से गायब रहने के बाद संतोषप्रद स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने को लेकर की गयी है। प्राचार्य सह अधीक्षक ने बताया कि दस जुनियर रेजिडेंट के आलावा सेंट्रल इमरजेंसी से गायब अन्य बारह जुनियर रेजिडेंट का वेतन बंद की कार्रवाई जारी रहेगी।

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    जानकारी अनुसार, सितंबर माह मे सेंट्रल इमरजेंसी डयूटी से 22 जुनियर रेजिडेंट डयूटी से गायब मिले थे। सिनियर चिकित्सक ने उनके हाजिरी को लाल कलम से घेर दिया था। मामले की शिकायत प्राचार्य सह अधीक्षक से किया था।

    जिसके बाद मरीजों के इलाज में लापरवाह जुनियर रेजिडेंट का वेतन बंद करते हुए प्राचार्य सह अधीक्षक ने स्पष्टीकरण की मांग किया था। इसमे महज दस जुनियर रेजिडेंट ने स्पष्टीकरण का जवाब दिए। अन्य 12 जुनियर रेजिडेंट ने जवाब अबतक नहीं दिया।

    प्राचार्य सह अधीक्षक डा. आभा रानी सिन्हा ने बतायी कि स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने वाले जुनियर रेजिडेंट की सूची मुख्यालय भेजकर वरीय पदाधिकारी से कार्रवाई संबंधित मार्गदर्शन मांगी जाएगी।

    चिकित्सक व मरीज के स्वजन में विवाद की अपर समहर्ता ने की जांच

    मुजफ्फरपुर । श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) में चिकित्सक व मरीज के स्वजन के बीच तीन दिसंबर को हुई मारपीट की घटना की जांच करने शुक्रवार को अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) पहुंचे। उन्होंने प्राचार्य सह अधीक्षक से बातचीत की।

    डयूटी में तैनात चिकित्सक, अस्पताल के प्राइवेट गार्ड से घटना की जानकारी लिया। इसके बाद प्राचार्य से डयूटी रोस्टर लिया। साथ ही इमरजेंसी वार्ड में लगे सीसी कैमरे के फुटेज देखे। इनको पेन ड्राइव में सेव कराया। इसके बाद वह चले गए।

    डीएम सुब्रत कुमार सेन ने छह दिसंबर को बनाई गई पांच सदस्यीय टीम के तहत उन्होंने जांच शुरू की है। टीम में उनके आलावा पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), एसकेएमसीएच के अधीक्षक, एसडीओ पूर्वी व एसडीपीओ नगर टू हैं।

    डीएम ने बताया कि एसकेएमसीएच परिसर में चिकित्सक व मरीज के स्वजन के बीच हुई मारपीट की घटना की जांच के लिए तत्काल समिति का गठन कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

    समिति घटनास्थल की परिस्थितियों, मारपीट का कारण, दोनों पक्षों की ओर से लगाए गए आरोप व अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रिपोर्ट देगी। डीएम ने कहा अस्पताल में शांतिपूर्ण माहौल व आपसी विश्वास बनाए रखना अनिवार्य है ताकि किसी भी मरीज को उपचार में असुविधा न हो।

    चिकित्साकर्मियों को भी कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा न आए। विदित हो कि तीन दिसंबर को कटरा थाने के भवानीपुर निवासी प्रकाश कुमार पिता राजगीर पासवान को एसकेएमसीएच लाए थे। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। इसके बाद स्वजन व चिकित्सक में विवाद हो गया।

    दोनों पक्षों में मारपीट हुई। दोनों पक्षों ने एसकेएमसीएच परिसर स्थित ओपी प्रभारी के समक्ष एक-दूसरे के विरुद्ध आवेदन दिया था। ओपी प्रभारी ने शिकायत दर्ज कर वरीय पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी से दिशा-निर्देश का अनुरोध किया था