माडल अस्पताल में बदली व्यवस्था,थर्ड से ग्राउंड फ्लोर पर आई जीविका की रसोई, चाय-नाश्ता के लिए नहीं भटकेंगे मरीज
मुजफ्फरपुर के मॉडल अस्पताल में जीविका की रसोई अब भूतल पर आ गई है जिससे मरीजों और अस्पताल कर्मचारियों को सुविधा होगी। पहले यह तीसरे तल पर थी जिससे लोगों को जानकारी नहीं मिल पाती थी। अब भूतल पर खुलने से चाय-नाश्ते के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी और बिक्री भी बढ़ेगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। माडल अस्पताल में जीविका की रसोई अब भूतल पर आ चुकी है। बुधवार को निचले तल पर इसका उद्धघाटन हुआ। पहले जीविका की रसोई तीसरे तल पर थी। इसकी जानकारी कई लोगों को नहीं हो पाती थी।
कई बार मरीज या अस्पताल आने वाले लोग चाय नाश्ते के लिए अस्पताल के बाहर चले जाते थे। अब भूतल पर जीविका की रसोई आने से मरीजों के साथ-साथ अस्पताल कर्मचारियों को भी फायदा होगा।
साथ ही, बाहर के खाद्य पदार्थ के मुकाबले जीविका की रसोई में खाने की गुणवत्ता ज्यादा बेहतर है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहतर है।
ग्राहकों की बढ़ेगी संख्या
जीविका रसोई की काउंटर पर बैठी दीदी ने बताया कि रसोई पहले तीसरे तल पर थी, जिससे लोग कम आते थे। अब नीचे आने से लोग आसानी से चाय-नाश्ते के लिए यहां आ सकेंगे।
कई बार लोग ऊपर चढ़ने के कारण या रसोई की जानकारी नहीं होने के कारण भी ऊपर नहीं आ पाते थे। लेकिन अब जब हमारी रसोई लोगों के सामने होगी, तो उन्हें चाय-नाश्ते के लिए इधर-उधर भटकने की जरुरत नहीं होगी।
साथ ही बिक्री भी अच्छी होगी। जीविका दीदी ने बताया कि जीविका की रसोई से गुरुवार की बिक्री करीब 1500 से ऊपर की रही। मरीजों की जानकारी में आने के बाद बिक्री में और बढ़ोतरी होगी।
बाहर से मंगवाने की नहीं होगी जरूरत
चाय पीने आए इमरजेंसी के स्टाफ ने बताया कि पहले यह रसोई तीसरे तल पर थी, जिसके कारण कई बार चाय-नाश्ता बाहर से ही मंगवा लेते थे। लेकिन अब यह बगल में होने से आसानी से यहां चाय-नाश्ता के लिए आ सकते है।
अस्पताल पहुंचे मरीज सौरभ ने बताया कि कई बार अस्पताल आ चुके है। जीविका की रसोई के बारे में सुना था, लेकिन कभी अस्पताल परिसर में दिखा नहीं। अब जब यह सामने है, तो चाय नाश्ता के लिए इधर-उधर भटकने की जरुरत नहीं होगी।
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