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    समस्तीपुर से पटना की दूरी घटकर हो जाएगी महज 65 किलोमीटर, जानें कैसे संभव होगा यह

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:21 AM (IST)

    औरंगाबाद से दरभंगा तक फोरलेन का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद समस्तीपुर से पटना रेलवे स्टेशन की दूरी महज 65 किलोमीटर हो जाएगी। इस सड़क के निर्माण से दरभंगा समस्तीपुर वैशाली पटना गया जहानाबाद एवं औरंगाबाद के लोगों को काफी फायदा होगा।

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    समस्तीपुर से दरभंगा हवाई अड्डा की दूरी महज 35 किलोमीटर रह जाएगी। फाइल फोटो

    समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। औरंगाबाद से दरभंगा तक फोरलेन का निर्माण कार्य होना है। इसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया गया है। पैकेज दो-विदुपुर से समस्तीपुर तक के लिए निविदा भी निकाल दी गई है। निविदा फाइनल होते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यदि यह सड़क बन जाती है तो समस्तीपुर से पटना रेलवे स्टेशन की दूरी महज 65 किलोमीटर हो जाएगी। जबकि समस्तीपुर से दरभंगा हवाई अड्डा की दूरी 35 किलोमीटर होगी। इस सड़क के निर्माण से दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, पटना, गया, जहानाबाद एवं औरंगाबाद के लोगों को काफी फायदा होगा। इस सड़क को जयनगर तक ले जाने का प्रस्ताव है। ऐसा होता है तो नेपाल से इसका सीधा जुड़ाव हो जाएगा। वही दरभंगा, पटना एवं गया हवाई अड्डा भी सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा।

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    दो किलोमीटर लिंक रोड हटा देने से समस्तीपुर के लोगों की बढ़ेगी परेशानी

    सबसे बड़ी बात यह है कि पूर्व से प्रस्तावित इस फोरलेन सड़क में शहर की बड़ी आबादी को कनेक्ट करने के लिए 2.1 किलोमीटर लिंक रोड का प्रस्ताव किया गया था। यह लिंक रोड समस्तीपुर से ताजपुर जाने वाली एसएच 49 में ठीक छठे किलोमीटर पर मिलाया जाना था। इससे समस्तीपुर शहर की नब्बे प्रतिशत आबादी को फोरलेन से सीधा कनेक्टिविटी मिल जाती। लेकिन एनएचएआइ ने पैकेज-2 का जो टेंडर निकाला है, उसमें इस लिंक रोड को डिलीट कर दिया है। 25 जनवरी तक इस टेंडर को फाइनल किया जाना है। यदि वर्तमान निविदा अपने प्रारूप में ही फाइनल हो जाता है तो शहर समेत आसपास के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना होगा। भोला टाॅकिज गुमटी हमेशा बंद रहती है। इस वजह से पंजाबी कालोनी होकर जाना लोगों को काफी मुश्किल होता है। फोरलेन बनने के बाद भोला टाॅकिज गुमटी पर अतिरिक्त बोझ बढेगा। जिससे जाम की स्थिति और भी विकराल हो सकती है। ऐसे में लिंक रोड नहीं बनाने से शहर के लोगों को या तो 12 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर ताजपुर एचएच 28 पर फोरलेन पर चढना होगा या फिर भोला टाकिज गुमटी पार कर फोरलेन पर जाना होगा। जबकि पहले कर्पूरीग्राम के निकट से कनेक्टिविटी मिलने पर सीधे वे गरुआरा के पास फोरलेन पर लोग आसानी से जा सकते थे।

    लिंक रोड के लिए जमीन का भी हो चुका है अधिग्रहण

    सबसे बड़ी बात यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा इस फोरलेन सहित लिंक रोड के लिए जमीन का अधिग्रहण भी किया जा चुका है। यह भी अंतिम स्थिति में है। सिर्फ थ्री डी प्रकाशन होना बाकी था। लेकिन इसी बीच 2.1 किलोमीटर लिंक रोड को हटा दिया गया है। पहले ही जाम से परेशान शहरवासियों को एक बार फिर फोरलेन के निर्माण होने से परेशानी जस की तस बनी रहेगी।

    समस्तीपुर-ताजपुर पथ से फोरलेन को लिंक किया जाना जरूरी

    एनएचएआई डीजीएम मनोज कुमार ने कहा कि लिंक रोड के नक्शा में किसी प्रकार का कोई छेड़छाड़ नही किया गया है। पूर्व से सत्यापित नक्शा में किसी प्रकार का कोई बदलाव भी नहीं किया गया है। समस्तीपुर-ताजपुर पथ से फोरलेन को लिंक किया जाना जरूरी है। यदि छेड़छाड़ हुआ है तो वह इसको देखेंगे और आमलोगों की सुविधा का ख्याल रखते हुए उस दिशा में कार्रवाई करेंगे।

    नक्शे में छेड़छाड़ हुई तो कराया जाएगा सुधार

    समस्तीपुर जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कहा कि एनएचआई के अधिकारी को फोरलेन से संबंधित जानकारी के लिए मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन कोरोना पॉजिटिव हो जाने के कारण वे मिलने के लिए नहीं आ सके। शहर में जाम की समस्या को देखते हुए फोरलेन को समस्तीपुर-ताजपुर पथ से लिंक करना जरूरी है। पूर्व में प्रस्तावित नक्शे में यदि छेड़छाड़ की गई है तो उसमें सुधार कराया जाएगा।