By Jagran NewsEdited By: Mohit Tripathi
Updated: Sun, 16 Jul 2023 08:30 PM (IST)
अगर आप सोशल मीडिया पर कुछ ज्यादा ही व्यतीत करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। मोबाइल फोन पर घंटो रील्स और शॉर्ट वीडियो देखना आपको भारी पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर समय व्यतीत करते समय अगर आप थोड़े भी लापरवाह हुए तो आपको अच्छा-खासा चूना लग सकती है। साइबर अपराधी हमेशा घात लगाये बैठे रहते हैं। आपकी एक गलती से आपका बैंक अकाउंट साफ हो सकता है।
आकाश कुमार, मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के भगवानपुर रेवा चट्टी के रहने वाले राहुल ओझा को फेसबुक पर एक फिल्म का शॉर्ट वीडियो देखना भारी पड़ गया। उनकी जरा सी लापरवाही ने साइबर अपराधियों को चूना लगाने का मौका दे दिया।
घटना बीते सोमवार की है, फेसबुक चला रहे थे। मोबाइल स्क्रॉल करते करते वे हॉलीवुड फिल्म का एक वीडियो देखने लगे। एक मिनट की क्लिप अच्छी लगी तो कमेंट बाक्स में फिल्म का नाम पूछ लिया। क्लिप डालने वाले की ओर से फिल्म का नाम और पोस्टर बताते हुए एक लिंक कमेंट बॉक्स में डाला गया।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
8 हजार रुपयों की लगी चपत
उन्होंने फिल्म देखने के लिए लिंक ओपन कर दिया, अब एक के बाद एक कर चार यूआरएल (यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर) खुल गए। यूआरएल खुलने पर उनसे कुछ अनुमति मांगी गई। फिल्म चलाने या डाउनलोड करने की प्रक्रिया समझते हुए उन्होंने सबकुछ बता दिया।
इसके बाद उनका फोन हैंग होने लगा। अगले दिन उनके खाते से साढ़े सात हजार रुपये कटने का मैसेज आया। इसकी शिकायत उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज कराई है।
साइबर अपराधियों का शिकार होने से बाल-बाल बचे प्रदीप महतो
अमरूद बगान के रहने वाले प्रदीप महतो के साथ तीन जून को साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का प्रयास किया गया। उन्हें एक टेलीग्राम चैनल में जोड़ा गया था।
उसमें कई सारी फिल्मों के पोस्टर के साथ अलग-अलग लिंक भेजे जा रहे थे। उन्होंने हॉलीवुड की एक फिल्म के लिंक पर क्लिक कर दिया। उसके बाद उनसे फोन में रिमोट एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा गया।
एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद कुछ कोड पूछा गया, हालांकि यहां आकर उन्हें कुछ गलत होने का एहसास हुआ और वे चैनल से बाहर निकल गए। इस तरह वे ठगी के शिकार होने से बाल-बाल बच गये।
लोन का भय दिखा ठगी
22 जून को मिठनपुरा थाना क्षेत्र में एक युवती के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक मैसेज आता है। मैसेज करनेवाला खुद को एक फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बताकर कहता है कि आपके नाम पर एक लोन चल रहा है। लोन को बंद कराना है तो तुरंत बकाया 9100 रुपये भेजिए।
पैसे नहीं भेजने पर साइबर अपराधियों ने उसे कई तरीकों से डराया। डर के मारे युवती ने पैसे भेज दिये। चार दिन बाद तथाकथित फाइनेंसकर्मी ने फिर से रुपये मांगे, नहीं देने पर उसकी तस्वीर के साथ अश्लील मैसेज बनाकर भेजा।
युवती ने एक जुलाई को मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें +1 (626), +60, +229, +971, +30, +42 कंट्री कोड लगे छह नंबरों को आरोपी किया गया।
कोट साइबर फ्राड की घटना होने पर तुरंत स्थानीय थाना या साइबर थाने में शिकायत करें, ताकि कार्रवाई की जा सके। इनसे बचने के लिए अज्ञात काल, मैसेज या लिंक डाउनलोड करने से बचें। किसी तरह के झांसे में नहीं आएं।
राघव दयाल, नगर डीएसपी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।