Smart Meter में सामने आई नई गड़बड़ी, मचा हाहाकार; 12 प्रतिशत ब्याज के साथ एक बार में खाली हो रहा अकाउंट
Smart Meter स्मार्ट मीटर में एक और गड़बड़ी सामने आई है। दरअसल ग्राहकों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने से पहले कई तरह से मोटिवेट किया गया लेकिन अभी से ही सबकुछ उलटा हो रहा है। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि अनाप-शनाप बिजली बिल आ रही है। इसको लेकर कुछ लोगों के बीच नाराजगी भी देखी जा रही है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले में स्मार्ट मीटर लगने के बाद कोई उपभोक्ता इससे खुश नहीं है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से पहले यह कह कर उपभोक्ताओं को मोटिवेट किया गया था कि रात में बिजली नहीं कटेगी। पर्व-त्योहार के मौके पर निर्बाध बिजली दी जाएगी।
मोबाइल से या काउंटर से आसानी तरीके से एप के माध्यम से रिचार्ज कर सकते हैं। बिजली की रोज-रोज की खपत की आपको एप से जानकारी मिलती रहेगी। बकाए या एरियर कर पैसा तीन सौ दिनों में कटेगा। लेकिन हो रहा ठीक उसके उलटा।
अनाप-शनाप बिजली बिल आ ही रही। जब जैसे मन चाहा पैसा काट लिया जा रहा है। तीन सौ दिनों के बदले जब मर्जी हुआ एक बार में 12 प्रतिशत ब्याज के साथ एक बार में अकाउंट खाली कर दिया जा रहा। इसको लेकर उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है।
विभाग ब्याज तो ऐसे ले रहा जैसे लग रहा कि सारी दुनिया मूर्ख है और बिजली विभाग ही केवल दुनिया का सबसे अच्छा काम कर रहा है। बता दें कि तीन सौ दिनों में एरियर का पैसा कटने पर 12 प्रतिशत ब्याज ले रहा।अगर एक दिन में सारा पैसा काट ले रहा तो ब्याज भी तो उसी हिसाब से लेना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा।
वरीय अधिकारी भी हस्तक्षेप नहीं कर रहे
सवाल यह उठता है कि जब तीन सौ दिन पर ब्याज लगना है तो उतने दिनों तक पैसा कटना चाहिए, न कि एक महीने में ही पूरा पैसा 12 प्रतिशत ब्याज पर काट लिया जा रहा। इसको लेकर उपभोक्ताओं द्वारा लगातार शिकायत की जा रही। फिर भी इस दिशा में वरीय अधिकारी हस्तक्षेप नहीं कर रहे।
गुरुवार को कई उपभोक्ताओं का एरियर तीन सौ दिन के बादले दो महीना में ही काटकर उपभोक्ताओं का अकाउंट खाली कर दिया। कन्हौली के मुूकेश कुमार, बीएमपी-छह मुहल्ले के रहने वाले दीपक कुमार सहित दर्जनों लोगों ने इसकी शिकायत की है। फिर भी उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल रही।
रिचार्ज होने के बाद भी कटी रहती बिजली
व्यस्तता के कारण अगर रिचार्ज खत्म हो गया तो बिजली कट जाती है। उपभोक्ता के दिमाग में अगर यह बात नहीं आया तो ऐसा लगता है कि पावर सब स्टेशन से बिजली बंद होगी। फिर वहां से पूछने पर पता चलता है कि बिजली तो चालू है। फिर लगता है कि शायद ट्रांसफार्मर से फेज उड़ा होगा।
शिकायत होने पर जब लाइनमैन पहुंचते हैं तो पता चलता है कि ट्रांसफार्मर तो सही है, आपके स्मार्ट मीटर का रिचार्ज खत्म हो गया। जल्दी-जल्दी में उपभोक्ता रिचार्ज करते हैं तो पैसा फंस जाता है।
घंटों टोकन जेनरेट नहीं होता। तब तक लाइन बंद रहती है और लोग सारा काम छोड़ कर लाइन कैसे आए उसकी जुगत में घंटों बर्बाद हो जाता है। ऐसी घटना रोज घट रही। फिर भी विभाग के अधिकारी सब ठीक-ठाक होने का पीठ थप-थपा रहे हैं। इसके चलते उपभोक्ता परेशान हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।