स्मार्ट सिटी में जमीन दिलाने का झांसा देकर 29 लाख की ठगी, राजस्थान की कंपनी के MD पर आरोप
मुजफ्फरपुर में सैनिक राजीव कुमार को स्मार्ट सिटी में जमीन दिलाने के नाम पर 29 लाख रुपये की ठगी हुई। राजस्थान की एक कंपनी के एमडी और आईटी एक्सपर्ट पर आरोप है कि उन्होंने सेमिनार में प्रलोभन देकर निवेश कराया और बाद में गायब हो गए। सैनिक ने अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जांच में पता चला कि कंपनी ने 2700 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। अहियापुर के सहबाजपुर निवासी सैनिक राजीव कुमार से स्मार्ट सिटी में जमीन दिलाने का झांसा देकर 29 लाख रुपये की ठगी कर ली गई है। पीड़ित सैनिक ने अहियापुर थाने में प्राथमिकी कराई है। इसमें राजस्थान के एक टाउनशिप बसाने वाली कंपनी के तीन एमडी व एक आईटी एक्सपर्ट को नामजद किया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
प्राथमिकी में सैनिक राजीव कुमार ने बताया है कि वह मूलरूप से दरभंगा जिले के सिंहवारा थाने के रामपुरा गांव का रहने वाले हैं। अहियापुर के सहबाजपुर में भी मकान है।
सैनिक का आरोप है कि तीन जून 2022 को आरोपियों ने दिल्ली में एक सेमिनार था। इसमें उनके जैसा सैकड़ों सैनिकों ने भाग लिया था।
कंपनी के अधिकारियों का कहना था कि एक स्मार्ट सिटी में कंपनी ने 1800 बीघा जमीन ले रखी है। इसमें टाउनशिप बसाई जानी है। इसको दुबई और सिंगापुर सिटी की तरह विकसित किया जाएगा। उन जैसे कई लोगों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर आरोपितों ने उनके कंपनी में पैसा इन्वेस्ट कराने को लेकर तैयार कर लिया।
तीन जून से लेकर दिसंबर 2022 तक वह 41 लाख रुपये कंपनी में इन्वेस्ट कर दिया। कंपनी ने उसको इसमें से 12 लाख रुपये वापस किया था। जनवरी 2023 में कंपनी ने अपना ऑनलाइन ऐप बंद कर दिया और अफवाह फैलाई कि कंपनी के कार्यालय पर ईडी का छापा पड़ा है।
कंपनी के एमडी द्वारा लोगों को रिकॉर्डिंग भी भेजी गई। कुछ दिनों में सब ठीक होने की बात कही गई। बाद में सभी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया।
काफी खोजबीन करने के बाद भी इन आरोपियों का कुछ पता नहीं चल पाया। अपने स्तर से पता किया तो जानकारी हुई कि इस कंपनी ने विभिन्न राज्यों से 2700 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया है। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश, मेरठ समेत अन्य जगहों पर पहले से प्राथमिकी दर्ज है।

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