Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पश्चिम चंपारण के वीटीआर में छोटे जीवों की तस्करी, अस्तित्व पर खतरा

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Mon, 14 Mar 2022 08:04 AM (IST)

    बीते दिनों दो पैंगोलिन की बरामदगी के बाद वीटीआर प्रशासन सतर्क। तस्करों से पूछताछ में उसने बताया कि उसकी 16 लाख रुपये में डीलिंग हुई थी। वन प्रशासन को इस बात की आशंका है कि इस क्षेत्र में कुछ गिरोह सक्रिय हैं जो इस अवैध काम में संलिप्त हैं।

    Hero Image
    नेपाल के रास्ते चीन तक पहुंचाने की थी तैयारी। फाइल फोटो

    बगहा (पश्चिम चंपारण), जासं। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) से जीव-जंतुओं की तस्करी हाल के दिनों में बढ़ी है। बीते दिनों दो पैंगोलिन के साथ पकड़े गए तीन तस्करों के बाद से वीटीआर प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। इन तस्करों का तार नेपाल तक जुड़ा बताया जा रहा है। वीटीआर में बहुत से ऐसे जीव हैं, जिन पर तस्करों की नजर है। ऐसे जीवों की तस्करी मांस और दवाओं के लिए की जाती है। नेपाल जरिए उन्हें चीन पहुंचा दिया जाता है। तस्कर आसपास के ग्रामीणों को अच्छी कमाई का लालच देकर काम कराते हैं। बीते 10 मार्च को नर व मादा दो पैंगोलिन के साथ तीन तस्करों को पुलिस ने पकड़ा। ये सभी तस्कर जंगल से सटे वाल्मीकिनगर के रहने वाले हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बाघ की हड्डी बरामद हुई थी

    पूछताछ में पता चला कि 16 लाख में उनकी डील हुई थी। इसे नेपाल पहुंचाना था। इससे पहले रामनगर के दोन निवासी हरि गुरो व नरसिंसह गुरो बाघ की तस्करी में जेल जा चुके हैं। इनके खिलाफ तकरीबन सात बाघों के शिकार के सबूत मिले थे। मंगुराहा वन क्षेत्र से बीते वर्ष एक शिकारी के पास से बाघ की हड्डी बरामद हुई थी। वीटीआर प्रशासन ने आशंका जताई है कि इस इलाके में कुछ गिरोह सक्रिय हैं, जो लुप्तप्राय जीवों के शिकार में संलिप्त हैं। बहुत से जीवों का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है।

    इन वन्यजीवों पर खतरा 

    बाघ और पेंगोलिन के अलावा वीटीआर में कई ऐसे दुर्लभ जीव हैं, जिन पर तस्करों की नजर रहती है। इसमें क्लाउडेड लेपर्ड, चार सिंगों वाले मृग, बकरी-मृग, बर्मीज अजगर, चित्तीदार बिल्ली, होरी-बेलिड गिलहरी, यलो थ्रोटेड मार्टेन व हिमालयन सीरो आदि हैं। वल्र्ड वाइल्ड लाइफ के स्थानीय अधिकारी कमलेश मौर्य ने बताया कि बाघ के जैसे ही पेंगोलिन, होरी-बेलिड गिलहरी, कुछ कछुए और कई जीव टाइप एक श्रेणी में हैं। इनकी तस्करी पर 10 साल की सजा है। वीटीआर के निदेशक सह मुख्य वन संरक्षक नेशामणि के अनुसार तस्करों के ठिकाने पर छापेमारी चल रही है। सासाराम में भी बीते दिनों पैंगोलिन की बरामदगी हुई थी। उस गिरोह से भी तार जोड़ा जा रहा है। वीटीआर में शिकारियों पर रोक लगाने के लिए माइक्रो लेवल पर प्लानिंग की जा रही है। अभी होली पर विशेष अलर्ट है। जंगलवर्ती इलाकों में खास नजर रखी जा रही है।  

    comedy show banner
    comedy show banner