ब्लड देने के नाम पर मरीज के स्वजन से ठग लिए 11000, बच्चे की मौत के बाद हंगामा
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि वार्ड ब्वॉय ने ब्लड के लिए पैसे लिए, लेकिन खून नहीं दिया। अस्पताल प्रशासन ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पहले भी वार्ड ब्वॉय पर मरीजों से पैसे लेने के आरोप लग चुके हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच के पीआईसीयू वार्ड मे बुधवार की दोपहर इलाज को दौरान अभिनंदन कुमार की मौत हो गयी। आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा के दौरान पीआईसीयू वार्ड के अंदर और बहार अफरातफरी मची रही।
लोगों की भीड़भाड़ लगा गया। इस बीच आक्रोशित लोग एसकेएमसीएच के वार्ड ब्याय पर ब्लड के लिए ग्यारह हजार रुपए लेने का आरोप लगा रहे थे। उनका कहना था कि खून देने के लिए रुपए भी ले लिया और खून भी नही दिया। पानी चढ़ते-चढ़ते बच्चा की मौत हो गयी।
बच्चा को फीवर और सांस रोग से ग्रसित होने के बाद वह इलाज के लिए यहां भर्ती कराए थे। चिकित्सक उसे पानी चढ़ाने को मना किया था, फिर भी उसे पीआईसीयू वार्ड के कर्मचारी पानी पर पानी चढ़ा रहे थे। अंत मे उसकी मौत हो गयी।
अभिनंदन शिवहर जिला के तरियानी थाना के रामपुर गांव के सुनील सहनी का पुत्र था। उसके दादा हरेंद्र सहनी ने बताया कि घर का इकलौता चिराग चिकित्सक और कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर उनलोगों के बीच नहीं रहा।
हंगामा की सूचना मिलने पर एसकेएमसीएच ओपी पुलिस पहुंची। एसआई अनुष्का आर्यन व सिपाही अविनाश कुमार आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। पीड़ित परिवार के लोगों को एसकेएमसीएच ओपी पर शिकायत करने को कहा।
मामले की तहकीकात करने पहुंचे हेल्थ मैनेजर राजीव रंजन ने स्वजन को लेकर उपाधीक्षक के पास लाए। वहां लोगों ने लापरवाही कर्मियो पर कार्रवाई की मांग किया। साथ ही अभिनंदन के दादा ने खून के नाम पर रुपए लेने वाले वार्ड ब्याय पर कठोर कार्रवाई को लेकर लिखित शिकायत किया है।
उपाधीक्षक डा. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि सीसीटीवी की जांच करायी जाएगी। कमिटी गठन कर पूरे मामले की जांच कर जो-जो दोषी होंगे कार्रवाई किया जाएगा। उनका स्पष्ट कहा है कि अस्पताल मे सभी कार्य मुफ्त मे होते है। कोई रुपए मांगे तो शिकायत करे, कार्रवाई होगी। हालांकि अब तक किसी मामले मे कार्रवाई नहीं हो सका है।
बढ़ रहे वार्ड ब्वाॅय के मनमानी के मामले
एसकेएमसीएच मे एक वर्ष पहले आउटसोर्सिंग पर बहाल वार्ड ब्वॉय पर लगातार शिकायत सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं होने के कारण उनकी मनमानी बढ़ती जा रही है।
कुछ माह पहले क्लीनिकल पैथोलाजी विभाग मे मरीज से जांच के नाम पर पांच सौ रुपए लेने का मामला सामने आया था। विडियों वायरल होने के बाद भी कार्रवाई ठंडे वस्ते पर गयी।
इमरजेंसी वार्ड के ड्रेसिंग कक्ष मे ड्रेसिंग के सामन बाहर से खरीदवाने का मामला भी सामने आया था। फिर भी कार्रवाई नही हो सकी। अब बैगर खून चढ़ाने की चिकित्सीय सलाह के बैगर मरीज के स्वजन से रुपए लेने का मामला सामने आया है।
अस्पताल मे भर्ती एक मरीज के स्वजन ने बताया कि वार्ड ब्याय बैगर रुपए लिए कागजात भी इधर-उधर नही पहुंचाता है। कहता है कि वह रुपए देकर बहाल हुए है। रुपए नही लेंगे तो उनकी रोजी रोटी काहां से चलेगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।